पूर्वी भारत में लगातार हो रही बारिश में नदियों ने विकराल रूप ले लिया है कई जगह नदियों के बांध टूट गए हैं
पूर्वी भारत में लगातार हो रही बारिश में नदियों ने विकराल रूप ले लिया है कई जगह नदियों के बांध टूट गए हैं जिसकी वजह से धीरे-धीरे करके एक एक गांव डूबता जा रहा है। उन्हीं में से एक है भागलपुर जहां बाढ़ की स्थिति बहुत गंभीर हो गई है। तो दूसरी ओर बरियारपुर के पास अप और डाउन लाइन की ट्रैक के धंसने की वजह से ट्रेनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है। एनएच 80 पर पानी बहने के कारण सड़क मार्ग से भी भागलपुर से पटना का सीधा संपर्क टूट गया है। साहिबगंज की ओर से आने वाली ट्रेनों को भागलपुर में टर्मिनेट कर दिया गया है। वहीं जमालपुर से कई ट्रेनों को स्थगित कर दिया गया है।
अगर अभी सबसे खतरनाक स्थिति की बात करें तो वह गगनिया से रतनपुर के बीच हो गई है। जिस पर लगातार रेलवे की नजर बनी हुई है। वहीं एनएच-80 पर सबौर के पास करीब पांच किलोमीटर पर पानी बह रहा है। खनकित्ता चौक पर करीब आधा दर्जन नावों को लोगों के आवागमन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हैं। एनएच-80 पर भागलपुर से सुल्तानगंज के बीच वाहनों के आवागमन को रोक लगा दी गई है। तो वहीं सड़कों का हाल भी बेहतर नहीं है। पानी का बहाव 1 किलोमीटर तक हो गया है। सभी चौक चौराहों पर बैरिकेडिंग कर दिया गया है।
भागलपुर जिले में 12 प्रखंडों की एक लाख 72 हजार आबादी प्रभावित हुई है। 172 गांवों को बांटने अपनी चपेट में ले लिया है। प्रशासन द्वारा 90 नावों का परिचालन शुरू किया गया है। धीरे धीरे शहर के कई हिस्सों में बाढ़ के पानी का फैलाव बढ़ रहा है। सीएमएस हाईस्कूल परिसर पानी में डूब चुका है। टीएमबीयू परिसर के बाद सडक पानी में समाहित हो गया है।