बिहार के विधानसभा चुनाव जैसे जैसे करीब आ रहे हैं वैसे वैसे राज्य में सियासी घमासान भी बढ़ता ही जा रहा है। वहीं राज्य के सबसे बड़े गठबंधन की बात करें तो इस बार इसमें बीजेपी-जेडीयू एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। तो दूसरी तरफ एलजेपी ने चुनाव के लिए अपनी अलग राह पकड़ ली है। खबर ये भी सामने आ रही है कि बीजेपी में टिकट ना मिलने से नाराज नेता भी अब धीरे धीरे एलजेपी का रुख कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार अभी तक पार्टी के करीब 5 नेताओं ने एलजेपी की सदस्यता ले ली है। वहीं नेताओं की बगावत से नाराज बीजेपी ने भी अब सभी को चेतावनी दे दी है कि जो भी नीतीश कुमार को सीएम के रूप में स्वीकार करेंगे वहीं एनडीए का हिस्सा होंगे। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष ने पार्टी से बगावत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बताया कि सभी बागी नेताओं को समझाने की कोशिश की जाएगी। और अगर उसके बाद भी वो 12 अक्टूबर की शाम 5 बजे तक पार्टी में वापस नहीं आते हैं तो पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि वो सब हमारी पार्टी का हिस्सा हैं और हम नहीं चाहते कि वे गलत दिशा में जाएं। वहीं एनडीए में बिखराव के सवाल पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कोई विवाद नहीं है। नीतीश कुमार एनडीए के नेता हैं जो भी उन्हें सीएम के तौर पर स्वीकार करेगा वो एनडीए का हिस्सा होगा। जो भी इसे अस्वीकार करेंगे वो एनडीए का हिस्सा नहीं होंगे।
बिहार में अकेले चुनाव लड़ने वाली एलजेपी के केंद्र सरकार में साझीदार होने के सवाल पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हम मामले को सुलझाने की कोशिश में थे लेकिन सब कुछ ठीक नहीं हो सका। आगे उन्होंने बताया कि जब हमने सीट वितरण पर चर्चा की थी, तो उम्मीदवारों के संबंध में कुछ मुद्दे थे, जिसे हमने बातचीत से सुलझा लिया।
वही पीएम मोदी के पोस्टर के बारे में उन्होंने बताया कि पीएम मोदी हमारे स्टार प्रचारक हैं, हमारी सूची में नंबर एक पर हैं। NDA के स्टार प्रचारक की तस्वीर का इस्तेमाल कोई और कैसे कर सकता है? अगर वे ऐसा करते हैं तो चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए। हमने चुनाव आयोग को लिखित में दिया है।