उत्तराखंड में चमोली में आई भारी तबाही में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने का काम लगातार जारी है। इस वक्त भी सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें लगातार लोगों को बचाने की मुहिम चला रही हैं। चमोली पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक अभी तक घटनास्थल की अलग-अलग जगहों से कुल 14 लोगों के शव मिल चुके हैं। वहीं चमोली पुलिस ने जानकारी दी है कि रेस्क्यू टीमों ने अभी तक 15 लोगों को सकुशल बचाने में कामयाबी भी हासिल कर ली है और ऑपरेशन फुल फोर्स के साथ चल रहा है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से बड़ी तबाही देखने को मिली है। बाढ़ से एनटीपीसी की निर्माणाधीन तपोवन-विष्णुगाड पनबिजली परियोजना की एक सुरंग में सौ से ज्यादा के करीब लोगों के फंसे होने की आशंका है। इस बीच उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आपदा में जान गंवाने लोगों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान कर चुके हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से भी दो-दो लाख रुपये की राशि देने का ऐलान किया गया है।
दऱअसल ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट में 35 लोग काम करते थे और सभी लापता हैं। इसके अलावा उत्तराखंड पुलिस के दो जवान भी लापता बताए जा रहे हैं। वहीं चमोली में आई आपदा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दुख जाहिर कर चुके हैं। जानकारी है कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन पर अपडेट ले रहे हैं। पीएम मोदी अब तक चार बार फोन पर सीएम त्रिवेंद्र से बात कर स्थिति की जानकारी ले चुके हैं।
दरअसल एक ग्लेशियर के टूटने से इस हादसे की शुरुआत हुई थी। जिसमें ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचने की खबर है। वहीं तमाम रेस्क्यू टीम रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी रहीं। इसके अलावा स्पेशल टीमों को भी मौके पर तैनात किया गया है जबकि यूपी में भी गंगा के किनारे मौजूद जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।