चीन की आर्मी ने भारतीय किशोर मिराम टैरोन को वापस भारत को सौंप दिया है। जिसके बाद किशोर वापसी को लेकर भारतीय सेना की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे थे। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के सांसद ने पिछले सप्ताह ही अरुणाचल प्रदेश के किशोर के चीन की सेना द्वारा अगवा किए जाने की खबर ट्वीट कर दी थी। जिसके बाद भारतीय सेना की तरफ से एक ट्वीट में कहा गया था कि चीन ने भारतीय सेना की अपील पर पाजीटिव रेस्पांस दिया और अगवा किशोर के अपनी सीमा में होने की बात मानी थी। चीन के मुताबिक उसने लापता भारतीय किशोर का पता लगा लिया है। और उसको भारत वापस भेजने के लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गाव ने अपने ट्वीट में बताया था कि चीन की आर्मी ने अरुणाचल प्रदेश के एक 17 वर्षीय किशोर जिसका नाम मिराम टैरोन था, को उसके एक साथी के साथ अगवा कर लिया है। हालांकि इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया था कि उसका दूसरा साथी किसी तरह से उनकी चंगुल से भागने में सफल रहा और टैरोन के बारे में जानकारी दी। इसकी जानकारी गाव ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एन प्रमाणिक को भी देने की बात कही थी।
खबरों के मुताबिक दोनों किशोर अरुणाचल प्रदेश के स्थानीय शिकारी हैं। जिन्हें सियुंगला क्षेत्र के लुंगटा जोर इलाके से अगवा किया गया था। मिराम जिदा गांव का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि यह घटना त्सांगपो नदी के पास हुई थी। गौरतलब है कि त्सांगपो नदी चीन से अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है। भारत में इसको अलग-अलग नाम से जाना जाता है।
बता दें कि पिछले कुछ समय से चीन की आक्रामकता काफी बढ़ गई है। जिसकी वजह से कुछ समय पहले उसने एकतरफा कार्यवाही कर भारत के अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों के नाम बदल दिए थे। हालांकि भारत ने चीन के इस कदम पर आपत्ति जताई थी और साफ कर दिया था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा था है और रहेगा।