पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड देश के सियासी गलियारों में खासी चर्चा का सबब रहा है। त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर तीरथ सिंह रावत को प्रदेश के मुखिया की कमान सौंपी गई है लेकिन तीरथ सिंह रावत अपने काम के बजाय विवादित बयानों से चर्चा का सबब बन रहे हैं। हाल ही में फटी जीन्स को लेकर दिए बयान पर ना सिर्फ उत्तराखंड सीएम तीरथ सिंह विरोधियों के निशाने पर रहे बल्कि बीजेपी को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी। ये विवाद अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि तीरथ सिंह एक और बयान को लेकर निशाने पर आ गए हैं। रामनगर में अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम रावत ने लॉकडाउन के दौरान सरकार की तरफ से बांटे गए अनाज को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों में सरकार द्वारा बांटे गए चावल को लेकर जलन भी होने लगी कि दो सदस्यों वालों को 10 किलो जबकि 20 सदस्य वालों को एक क्विंटल अनाज क्यों दिया गया ?
तीरथ सिंह रावत ने कहा कि भैया इसमें दोष किसका है, उसने 20 पैदा किए, आपने दो पैदा किए, तो उसको एक क्विंटल मिल रहा है, इसमें जलन काहे का। जब समय था तब आपने दो ही पैदा किए, 20 क्यों नहीं किए। हालांकि इस दौरान सीएम ने किसी धर्म या जाति का नाम नहीं लिया।
वहीं अपने भाषण में तीरथ सिंह रावत ने एक औऱ गलती करते हुए कहा कि भारत 200 साल तक अमेरिका का गुलाम रहा।
एक के बाद एक विवादित बयान देने वाले उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत एक बार फिर सियासी विवाद में घिर सकते हैं। रिप्ड जीन्स को लेकर की गई उनकी टिप्पणी की चौतरफा आलोचना हुई थी। कांग्रेस और विपक्ष ने भी इसे हाथोंहाथ लिया था और जमकर निशाना साधा था। अब तीरथ सिंह रावत के इस बयान पर विपक्ष की क्या प्रतिक्रिया आती है ये देखने वाली बात होगी।