पहले के मुताबिक वर्तमान समय में सभी कामों को ऑनलाइन शिफ्ट करने की वजह से लोगों को इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में काफी हद तक राहत मिली है और बहुत सी परेशानियों से छुटकारा भी मिला है।
ऑनलाइन कामों के साथ-साथ सभी ऑनलाइन पेमेंट करना भी पसंद करते हैं। इससे ना कैश कैरी करने का झंझट होता है और ना ही किसी और चीज का। जब जहां जैसे मन हो बैठे बैठे आसानी से पेमेंट कर सकते हैं। लेकिन क्या यह ऑनलाइन पेमेंट हमारे लिए सुरक्षित है?
अगर आप भी ऑनलाइन पेमेंट करना ज्यादा पसंद करते हैं तो हो जाइए सावधान। क्योंकि आजकल साइबर क्रिमिनल्स की नजर ऑनलाइन पेमेंट्स गड़ी हुई है। आसानी से वह आपको अपने ठगी का शिकार बना सकते हैं।
बता दें कि ठगों ने लोगों को परेशान करने का नया तरीका ढूंढ निकाला है। अब मैं आपके अकाउंट से पैसे निकालने के बजाय जब आप पेमेंट कर रहे होंगे तभी वह पैसे आपसे ठग लेंगे वह कैसे आइए देखते हैं।
जानकारी के मुताबिक अब अपराधी पे-यू का लिंक भेज कर लोगों के साथ ठगी कर रहे है। साइबर ठगों द्वारा भेजे गए पे-यू के लिंक का प्रयोग कर लुधियाना के दो व्यापारी लाखों रुपए गंवा चुके हैं। इन दो मामलों में साइबर सैल की पुलिस जांच कर रही है और उन्होंने अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारी जतिंदर सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि उनके पास दो ऐसी शिकायतें पहुंची हैं, जिनमें साइबर ठगों ने पे-यू लिंक के जरिए ठगों ने बहुत सारी रकम पीड़ितों से ठग लिए हैं। जानकारी के मुताबिक दोनों पीड़ितों को इस बात की जानकारी तब हुई जब अगले बिल पर पिछली पेमेंट एड होकर आई।
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बताया जा रहा है कि पहले केस में कारोबारी कपिल गुप्ता ने जानकारी दी है कि उन्होंने अपनी फैक्ट्री का करीब 2 लाख 48 हज़ार बिजली का बिल उसके मोबाइल पर आए पे-यू के लिंक पर भर दिया था, लेकिन उसे एक महीने बाद पता चला कि जमा की गई बिल की राशि बिजली विभाग को पहुंची ही नहीं। इसी मामले में दूसरी शिकायत परमजीत सिंह द्वारा की गई है, जहां कि उन्होंने करीब 3 लाख 50 हज़ार रुपए का बिल पे-यू के लिंक द्वारा भरा था, जो उनके बिजली विभाग के अकाउंट में जमा नहीं हुआ।
मामले की जांच कर रहे एस.आई. जतिंदर सिंह ने कहा कि जब दोनों मामलों की जांच शुरू की तो पता चला कि उनके मोबाइल पर आया पे-यू का लिंक साइबर ठगों की ओर से भेजा गया था, जो ऑनलाइन बिजली बिल के नाम पर लोगों के साथ ठगी मार रहे हैं।
आगे उनका कहना है कि कोई और व्यक्ति ऐसी ठगी का शिकार न हो, इसलिए पुलिस कमिश्नर के ऑफिशियल फेसबुक और अन्य सोशल पेज पर इस संबंधी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं इंचार्ज जतिन्दर सिंह ने लोगों से अपील की है कि वह मोबाइल पर आए किसी तरह के पे-यू लिंक द्वारा बिजली बिल के पैसे जमा न करवाएं, बल्कि बिजली विभाग की ऑफिशियल वैबसाइट पर जाकर ही ऑनलाइन बिल भरें।