सेंट्रल डेस्क, दीपक खाम्बरा- कांग्रेस द्वारा तीन तलाक बिल वापस लेने के वादे को लेकर आज केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस की आलोचना की है। जेटली ने कहा कि लोगों के ज़मीर को झकझोरने वाली बरेली की निकाह हलाला जैसी घटनाओं को असंवैधानिक घोषित कर दिया जाना चाहिए। बता दें कि गुरुवार को कांग्रेस के सम्मेलन में महिला कांग्रेस प्रमुख सुष्मिता देव ने कहा था कि अगर हमारी सरकार केंद्र में आती है तो हम तीन तलाक कानून को ही खत्म कर देंगे।
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बता दें, मुसलमानों में तलाक देने के बाद यदि कोई व्यक्ति अपनी पत्नी से फिर से निकाह करना चाहता है, तो महिला को निकाह-हलाला करना होता है। इसमें महिला को किसी दूसरे पुरुष के साथ निकाह कर, वैवाहिक संबंध बनाने होते हैं, फिर उससे तलाक लेना होता है। उसके बाद उसे इद्दत की मुद्दत पूरी करनी होती है।
जेटली ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘इसने पति द्वारा छोड़ दी गईं महिलाओं को गरीबी और अभाव में ढकेल दिया है। अब 32 साल बाद उनका बेटा पीछे धकेलने वाला और एक कदम उठा रहा है, जो ना सिर्फ उनको गरीबी की ओर धकेल रहा है बल्कि ऐसा जीवन जीने को मजबूर कर रहा है जो मानव अस्तित्व के विरूद्ध है।
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बरेली की मुसलमान महिला को जानवरों वाली हालत में धकेल दिया गया है। उन्होंने लिखा,’ मतदाता महत्वपूर्ण है, लेकिन निष्पक्षता भी।राजनीतिक अवसरवादी सिर्फ अगले दिन की सुर्खियों पर ध्यान देते हैं, वहीं राष्ट्र-निर्माता अगली सदी को ध्यान में रखते हैं।’
बता दें कि मोदी सरकार ने 3 तलाक बिल लोकसभा में पास करवया था, बाद में ये बिल राज्यसभा में बहुमत न मिलने के कारण अटका हुआ है।