बिहार के दरभंगा सीट पर बीजेपी की ओर से गोपाल जी ठाकुर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी को उन्होंने 2 लाख 74 हजार से अधिक मतों से मात दी है। वहीं बीएसपी से मोहम्मद मुख्तार तीसरे नंबर पर रहे हैं। जहाँ बीजेपी के गोपाल जी ठाकुर को 5 लाख 90 हजार 374 वोट मिले वहीं महागठबंधन के उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दीकी को 3 लाख 700 हजार 152 वोट मिलें।
बता दें कि बिहार की दरभंगा लोकसभा सीट पर 29 अप्रैल को चौथे चरण में मतदान हुए थे। इस सीट पर 56.62 फीसदी वोटरों ने मतदान किया। दरभंगा लोकसभा सीट से 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। गौरतलब है कि साल 2014 में बीजेपी के टिकट पर जीतने वाले पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद दरभंगा से चुनाव मैदान में नहीं थे। बीजेपी छोड़ने के बाद कांग्रेस का दामन थामने वाले कीर्ति आजाद इस बार धनबाद से चुनाव लड़ रहे हैं। दरभंगा लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्दीकी और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार गोपाल जी ठाकुर के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही थी लेकिन नतीजों में यह कहीं दिखा नहीं कि कोई टक्कर भी थी। मतगणना जब से शुरू हुई बीजेपी के गोपाल जी ठाकुर बढ़त बनाये हुये थे।
दरअसल इसकी बड़ी वजह ये रही कि यहां जातीय गोलबंदी में गोपालजी ठाकुर को सवर्ण मतों के साथ वैश्य और बिहार के पचपनिया समुदाय का बड़ा समर्थन मिला। वहीं अब्दुल बारी सिद्दी के माय समीकरण में अशरफ अली फातमी के फैक्टर के कारण सेन्ध गया।
मतदान के दौरान यादव मतों में भी बिखराव के संकेत मिले थे. बताया जा रहा था कि यादवों में भी 15 से 20 प्रतिश लोगों ने एनडीए का साथ दिया था. वहीं अब्दुल बारी सिद्दीकी का वह बयान भी ध्रुवीकरण का एक सबब बन गई जिसमें उन्होंने वंदेमातरम कहने का विरोध किया था।यहां जो प्रमुख उम्मीदवार थे उन्हें मिथिलांचल मुक्ति मोर्चा के सरोज कुमार चौधरी और बहुजन समाज पार्टी से मोहम्मद मुख्तार के अलावा चार निर्दलीय भी दरंभाग से चुनावी रण में उतरे हैं।