बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे ही खत्म हुई वैसे ही अब उनसे संबंधित एग्जिट पोल का दौर शुरू हो गया है। बता दें कि अभी तक हुए सभी एग्जिट पोल में में आरजेडी को पूर्ण बहुमत मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। वहीं इस पर संदेह जताते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने कहा कि इस तरह किए गए एग्जिट पोल ज्यादातर उन बड़ी तादात के मतदाताओं की राय नहीं ले पाते, जो खामोश होते है। दूसरी तरफ, RJD और कांग्रेस के नेताओं ने एग्जिट पोल के अनुमान पर खुशी जताई है और एलजेपी का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ उनका रुख सही साबित हुआ है।
वहीं जेडीयू के बिहार इकाई के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि , ‘‘बिहार के लिए किए गए सभी एग्जिट पोल आजतक गलत ही साबित हुए है। साल 2015 में इन्हीं एग्जिट पोल में उस वक्त के हमारे विरोधियों को आगे दिखाया गया था, लेकिन हमारे गठबंधन ने दो-तिहाई बहुमत हासिल किया। उन्होंने ये भी कहा कि, ‘‘हमें विश्वास है कि 10 नवंबर के नतीजे इन एग्जिट पोल से अलग होंगे।’
इसके साथ ही बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने बताया कि , ‘‘बिहार की जनता में पीएम मोदी की लोकप्रियता को लेकर कोई संदेह नहीं है। बहरहाल, पार्टी ने कहा था कि नीतीश कुमार ही प्रदेश का नेतृत्व करने के लिए लोकप्रिय विकल्प हैं। हम आशा करते हैं कि नतीजे इन एग्जिट पोल से अलग होंगे.”