सेंट्रल डेस्क प्राची जैन: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को बांटने को लेकर अभी भी एनसीपी और शिवसेना में पेच फंसा हुआ है। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने सरकार पर ‘अभी कुछ भी बताने लायक नहीं’ कहकर सस्पेंस बढ़ा दिया है। हालांकि कांग्रेस ने शिवसेना के साथ सरकार गठन के लिए आगे बढ़ने को लेकर सहमति प्रदान कर दी है।
लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी तक शिवसेना और एनसीपी में बात नहीं बन पाई है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि इस दिशा में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को 30-30 महीनों का करने पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। वहीं जब सरकार बनाने को लेकर जब एनसीपी प्रमुख शरद पवार से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘अभी कुछ भी बताने लायक नहीं है।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल शरद पवार के घर पहुंचे हैं। इससे पहले शिवसेना के साथ सरकार बनाने के लिए एनसीपी के बड़े नेताओं की बैठक हुई। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल को पार्टियों के बीच आधे-आधे समय के लिए बांटा जाएगा और पार्टी इस पद पर ढ़ाई साल तक रहेगी। पार्टी के नेता अजीत पवार, नवाब मलिक, एनसीपी अध्यक्षव जयंत पाटिल, सुनील तटकरे और छगन भुजबल इस बैठक में मौजूद थे।एनसीपी ने ठोका मुख्यमंत्री पद पर दावा
एनसीपी ने मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा ठोका है। सांसद सुनील तटकरे का कहान है कि शिवसेना के पास सिर्फ दो विधायक ज्यादा हैं। इसलिए राज्य में ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री होना चाहिए।शिवसेना के साथ सरकार बनाने पर कांग्रेस राजी
कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार गठन के लिए आगे बढ़ने को लेकर गुरुवार को आम तौर पर सहमति प्रदान कर दी और शुक्रवार तक इस पर अंतिम निर्णय लिए जाने की संभावना है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर चर्चा की गई।
बैठक के बाद पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि इस बैठक में कांग्रेस-एनसीपी की बैठक के बारे में जानकारी दी गई है और शुक्रवार तक कोई फैसला होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि सीडब्ल्यूसी में शिवसेना के साथ सरकार गठन के लिए आगे बढ़ने को लेकर आम सहमति बन गई है।
बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया, ‘कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने आज चर्चा की और निर्णय लिया कि आगे क्या कदम उठाने की जरूरत है। हम अब बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार कदम उठाएंगे।’
निरुपम ने शिवसेना से हाथ मिलाने पर कांग्रेस को आगाह किया
वहीं कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली जिस सरकार की योजना बन रही है, अगर उनकी पार्टी उसमें शामिल होती है तो यह उसकी गलती होगी क्योंकि यह राज्य में सबसे पुरानी पार्टी के अस्तित्व को दफन करने के समान होगा। पूर्व सांसद ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को आगाह किया कि वह इस संबंध में दबाव में नहीं आएं। अपने विचार के समर्थन में निरुपम ने कहा कि कांग्रेस ने कुछ साल पहले उत्तर प्रदेश में बसपा से हाथ मिलाने की गलती की थी लेकिन वहां पार्टी ने इस तरीके से अपना जमीनी आधार खोया जिसे वह अब तक नहीं पा सकी है।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर बुधवार की बैठक हुई, जो अच्छी रही। आने वाले दिनों में एक मजबूत सरकार देंगे। उन्होंने कहा कि आज मैं शरद पवार से मुलाकात करूंगा, तीनों पार्टियां महाराष्ट्र के हित में सरकार बनाएंगी। राउत ने दावा किया कि एक दिसंबर से पहले मुख्यमंत्री तय हो जाएगा और नई सरकार का गठन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पावर शेयरिंग के बारे में तीनों पार्टियां एक साथ चर्चा करेंगी। मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा, हमारी इच्छा है कि राज्य में सरकार का नेतृत्व उद्धव ठाकरे करें।
राज्य में किसी भी क्षण सरकार
हम बुरे ही ठीक हैं