देश में लगातार कोविड संक्रमण का कहर देखने को मिल रहा है। नए केसों की संख्या रोजाना नए रिकॉर्ड बना रही है। वहीं इस बीच एक बार फिर से राजधानी दिल्ली कोरोना की चपेट में आती दिख रही है। इसी को लेकर एहतियात बरतते हुए एक बार फिर से सख्ती लागू की जा रही है। इसका प्रभाव अब सामान्य जनजीवन के साथ ही अस्पतालों में भी देखने को मिल रहा है और नॉन कोविड मरीजों के इलाज में एक बार फिर दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज यानि एम्स में भी कोरोना के चलते कल यानि आठ अप्रैल से बड़ा बदलाव किया जा रहा है। जिसका सीधा असर सामान्य मरीजों पर पड़ने की पूरी आशंका जताई जा रही है।
दरअसल दिल्ली एम्स की ओपीडी में इलाज की व्यवस्था को फिर से सीमित किया गया है। जिसके चलते मरीजों को अस्पताल से बिना इलाज कराए भी लौटना पड़ सकता है। अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट की ओर से सर्कुलर जारी करके इसकी जानकारी दी गई है। सर्कुलर के मुताबिक पहले की तरह मरीज बिना अपॉइंटमेंट के सीधे अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टर को नहीं दिखा सकेंगे। डॉक्टर के लिए पहले से अपॉइंटमेंट लेना होगा।
नए आदेश के मुताबिक अब सीधे ओपीडी में पहुंचकर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बंद कर दी गई है। मरीजों को ऑनलाइन या कॉल सेंटर के जरिए पहले अपना अपॉइंटमेंट फिक्स करना होगा। जिसके बाद ही उन्हें ओपीडी में देखा जाएगा। ये नया नियम आठ अप्रैल से लागू हो जाएगा। ऐसे में देशभर से इलाज के लिए यहां आने वाले मरीजों को बिना दिखाए भी वापस लौटना पड़ सकता है।