हिंदुओं और ईसाइयों के खिलाफ लगातार हो रहे हमलों को रोकने में नाकाम हुए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने भारत के अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों को लेकर कहा कि मोदी सरकार ने दिसंबर महीने में हुई अतिवादी हिंदुओं की बैठक में ‘अल्पसंख्यकों खासकर 20 करोड़ मुस्लिमों के नरसंहार’ के आह्वान पर चुप्पी साध रखी है इमरान ने कहा इससे यह सवाल उठता है कि क्या बीजेपी सरकार अतिवादियों के इस आह्वान का समर्थन करती है।
बता दे की इमरान खान ने अपने ट्वीट में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस पर ध्यान देने और मोदी सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, ‘बीजेपी मोदी सरकार की कट्टरपंथी विचारधारा के तहत भारत में सभी धार्मिक अल्पसंख्यकों को हिंदूवादी गुटों द्वारा निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा मोदी सरकार का कट्टरपंथी अजेंडा वास्तविक है और हमारे क्षेत्र की शांति के लिए खतरा पैदा कर दिया है
हाल ही में इमरान खान ने पीएम मोदी के खिलाफ कई जहरीले बयान दिए थे। इमरान खान ने कहा था कि कश्मीर में संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह कराने का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का वादा अभी तक पूरा नहीं हो सका है इसके अलावा इमरान खान ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा हिंदुओं का समर्थन करने वाली मोदी सरकार ढिठाई से सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन कर रही है और कश्मीर में जनसंख्या को बदलने का प्रयास कर रही है।
ट्वीट कर इमरान खान ने कहा कि मोदी सरकार अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों और अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन कर रही है। मोदी ने कश्मीर का दर्जा बदलकर और जनसंख्या को बदलने का प्रयास करके युद्ध अपराध किया है। पाकिस्तानी पीएम ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय खासकर संयुक्त राष्ट्र से मांग की कि कश्मीर में युद्ध अपराध के लिए भारत के खिलाफ मुकदमा चलाया जाए। साथ ही उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान कश्मीरी लोगों के आत्मनिर्णय के लिए जारी संघर्ष में पूरी निष्ठा के साथ खड़ा है।
बता दे की पाकिस्तान के पीएम का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है जब खुद उनके देश में हिंदुओं के मंदिर तोड़े जा रहे हैं और ईसाइयों पर अत्याचार लगातार जारी है। हालत यह है कि पाकिस्तान में हिंदुओं को संस्थागत भेदभाव का सामना करना पड़ता है। घर खरीदने से लेकर नौकरी पाने तक, यहां तक कि सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने तक के लिए उन्हें कहीं अधिक मशक्कत करनी पड़ती है।
कोरोना वायरस की वजह से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बुरे हालात में है जिससे देश के सबसे गरीब अल्पसंख्यक तबके पर बुरा असर पड़ रहा है। जिसके चलते देश में 1.8 करोड़ लोगों की नौकरी जाने की आशंका है देश में अब दूसरे हिंदुओं की मदद करने के लिए हिंदू बचे ही नहीं हैं। इतना ही नहीं हिंदू लड़कियों का अपहरण करके उन्हें जबरन इस्लाम कबूल कराया जाता है और जबरन निकाह कर दिया जाता है।