सेन्ट्रल डेस्क- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर दक्षिण कोरिया गए हैं। इस दौरे के दूसरे दिन उन्होंने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन से मुलाकात की, जिसके बाद उन्हें सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय और दुनिया के 14 वें व्यक्ति हैं।
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प्रधानमंत्री ने इस पुरस्कार को भारतीय नागरिकों को समर्पित करते हुए कहा कि दुनिया ने भारत की वसुधैव कुटुम्बकम नीति को अपनाया है। भारत ने दुनिया को हमेशा शांति का संदेश दिया है। उन्होंने आगे कहा कि ये गर्व की बात है कि उन्हें ये पुरस्कार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के मौके पर मिल रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस सम्मान में मिली राशी को वे नमामि गंगे के फंड में देना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ने वाली अर्थव्यव्स्था है और बीजेपी सरकार ने आर्थिक क्षेत्र में कई अहम फैसले लिए हैं। पीएम मोदी ने दक्षिण कोरिया में स्वच्छ भारत अभियान, उज्जवला योजना, जनधन खाते, आयुष्मान भारत आदि योजनाओं का भी ज़िक्र किया।
दक्षिण कोरिया में पुलवामा के शहीदों को श्रदांजलि देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है और इससे लड़ने के लिए पूरी दुनिया को एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद का मुद्दा विश्व की शांति के लिए एक बड़ा खतरा है।
#WATCH Live from Seoul, South Korea: PM Modi's address on receiving the Seoul Peace Prize https://t.co/OJsjaYtRQ8
— ANI (@ANI) February 22, 2019
क्यों दिया जाता है सियोल सम्मान?
सियोल शांति पुरस्कार की स्थापना सन् 1990 में की गई थी। ये पुरस्कार सियोल में सफलतापूर्वक आयोजित किए गए 24वें ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के उपलक्ष्य में दिया जाता है। बता दें कि यह पुरस्कार अब तक संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल आदि को मिल चुका है।
इस पुरस्कार के लिए दुनियाभर से कुल 1300 नामांकन आए थे, जिसमें कमेटी द्वारा 150 लोगों को चुना गया। इन उम्मीदवारों में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी चयन किया गया। पीएम मोदी को ‘द परफेक्ट कैंडिडेट फॉर द 2018 सीयोल प्राइज’ से नवाजा गया है।
PM Narendra Modi: Time has come to join hands and unite to completely eradicate terrorist networks. Only by doing so can we replace hate with harmony. #SeoulPeacePrize pic.twitter.com/rfMSOw6Rw7
— ANI (@ANI) February 22, 2019
पुलवामा हमले पर भारत को मिला दक्षिण कोरिया का साथ
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन ने कड़ी निंदा की। इसके साथ-साथ दोनों देशों के बीच आंतकवाद के खिलाफ लड़ने का समझौता हुआ है। बता दें कि 14 फरवरी को आतंकी संगठन जैश-ए-मौहम्मद ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आंतकी हमला किया था, जिसमें 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे।
राष्ट्रपिता की प्रतिमा का किया अनावरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सियोल के योनसेई विश्वविद्यालय में भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। बता दें कि योनसेई विश्वविद्यालय दक्षिण कोरिया के मशहूर विश्वविद्यालयों में से एक है। इस दौरान दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन और संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासिचव बान-की-मून उपस्थित थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बापू कि प्रतिमा का अनावरण करना उनके लिए गर्व की बात है। बापू के विचारों और सिद्धांतों में आतंकवाद जैसे चुनौतीपूर्ण मुद्दे से निपटपने की ताकत है।