पाकिस्तान की जेल में हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे सैयद नसीम शाह का सपना तब पूरा हुआ, जब उनकी मां जेल में बेटे से मिलने पहुंची. बता दे की शाह को यह इनाम इंटर की परीक्षा में टॉप करने पर मिला है. वही परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन के बाद जेल अधिकारियों ने शाह को अपनी मां से मिलनी की विशेष अनुमति दी थी. फिलहाल, शाह की तरफ से की गई एक अपील सिंध हाईकोर्ट में लंबित है. इसके साथ वे राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान से माफी की अपील भी कर चुके हैं.
बता दे की 35 वर्षीय शाह की मां ने अपने बेटे से मिलने से इनकार कर दिया था. लेकिन सोमवार को वे कराची स्थित सेंट्रल जेल पहुंची. बीते साल कराची में शाह ने निजी छात्रों के बीच इंटर की परीक्षा में सबसे अधिक अंक हासिल किए थे. इतना ही नहीं, आगे की पढ़ाई के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ पाकिस्तान की ओर से उन्हें 1 लाख पाकिस्तानी रुपये की स्कॉलरशिप दी गई है.
वही जेल के उपाधीक्षक सईद सुमरू बताते हैं,की ‘शिक्षा में उपलब्धियों के चलते हमनें उन्हें उनकी मां के साथ मुलाकात की विशेष अनुमति दी थी.’ आगे उन्होंने बताया कि शाह ने अनुरोध किया था कि वे अपनी मां और बहन से मुलाकात कराना चाहते हैं. सुमरू ने कहा, ‘वह बहुत ही भावनात्मक था क्योंकि वे रो रहे थे और एक दूसरे को गले लगा रहे थे और वह अपनी मां के पैरों में गिरकर उससे माफी मांग रहा था.’
खबरों के मुताबिक जेल अधिकारियों को ई-मेल किया गया था. जिसके जवाब में शाह ने बताया, ‘मेरे जो बुजुर्ग जेल साथी पढ़ने के शौकीन हैं, उन्होंने मुझे परीक्षा में बैठने के लिए प्रेरित किया और तैयारी में भी सहायता की.’ बता दे की शाह को साल 2010 में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या के आरोप में साल 2018 में 25 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी.
इसके अलावा सुमरू ने बताया कि शिक्षा में उपलब्धियों, अच्छे बर्ताव और रक्तदान और साथ ही कैदी के रूप में ट्रायल में बिताए गए समय के चलते शाह 6 सालों में रिहा हो सकते हैं. और शाह को सीए स्कॉलरशिप के लिए एक प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी, लेकिन उनका कहना है कि वे ऐसा कर सकते हैं.