सुपौल से सांसद दिलेश्वर कामैत ने आज रेल मंत्रालय की अनुदानों की मांग को लेकर हुई चर्चा में हिस्सा लिया। इस दौरान सुपौल से जेडीयू सांसद और वरिष्ठ नेता दिलेश्वर कामैत अपने संसदीय क्षेत्र से जुड़ी कई महत्वपूर्ण मांगों को सदन के सामने रखा| सदन में चर्चा के दौरान सांसद दिलेश्वर कामैत ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल का भी आभार जताया। उन्होंने कहा कि 86 वर्ष पहले जो 1934 के भूकंप में कोशी के रेल और पुल ध्वस्त हुआ थ , उसका उद्घाटन कर मिथिला जो दो भागों में बंटा हुआ था, उसे एक करने का काम किया गया है। वहीं उन्होंने कहा कि कोशी पुल और रेलगाड़ी का उद्घाटन कर एक ऐतिहासिक काम किया गया है, जो स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है|
इस दौरान उन्होंने कहा कि सहरसा से राघोपुर से लेकर फारबिसगंज तक और निर्मली तक रेलवे का काम अभी भी अधूरा है| सहरसा से राघोपुर और आसनपुर कूपहा तक अभी भी एक पैसेंजर गाड़ी चल रही है| राघोपुर से ललित ग्राम और आसनपुर कूपहा से निर्मली तक आमान परिवर्तन का काम पूरा भी हो गया है। उन्होंने मांग की है कि इस रेलखंड पर जल्द से जल्द ट्रेन सेवा की शुरुआत की जाए।
वहीं जेडीयू सांसद ने कहा कि दानापुर से सहरसा तक गाड़ी संख्या 13205/13206 जनहित एक्स, नई दिल्ली से सहरसा वैशाली एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 02554/2553 चलती है, इन दोनों ट्रेन का सरायरायगढ़ तक विस्तार किया जाए जिससे नेपाल सहित कोसी क्षेत्र की जनता को लाभ मिल सके|
इसके अलावा अररिया-गलगलिया नई रेल परियोजना भी कम फंड की वजह से अटकी हुई है। उन्होंने मांग की है कि इसका रिवीजन कर उचित राशि आवंटित की जाए। दरअसल इस मुद्दे लेकर उन्होंने रेल मंत्री को ज्ञापन भी सौंपा था। जिसके बाद रेल मंत्री ने जल्द ही उचित कदम उठाने का भरोसा दिया था। इसके अलावा सांसद दिलेश्वर कामैत ने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रेललाइन जो प्रतापगंज से भीमनगर- बथनाहा को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि इस रूट को चालू कर नेपाल के साथ जोड़ा जाए ताकि बॉर्डर क्षेत्र की गरीब जनता को इसका लाभ मिल सके |