12 मई को सम्पन मतदान के दौरान एक ख़बरें हरियाणा के फरीदाबाद के एक पोलिंग बूथ से आ रही है। मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश के आरोप में एक भाजपा पोलिंग एजेंट को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद लोगो ने फिर से वोट करने की मांग की है।
आपको बता दें कि यह घटना फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के असावती गाँव में हुई थी जहाँ 12 मई को मतदान हुआ था। अंदर लगे सीसीटीवी के अनुसार एक व्यक्ति बार-बार उठ कर मतदाताओं के पास जाता है और उसे बाहर ही रोककर खुद मतदान करने अंदर चला जाता है। फिर एजेंट टेबल पर आकर मोबाइल के साथ बैठ जाता है। ऐसा लग रहा है एजेंट के द्वारा बूथ कैप्चरिंग की कोशिश की जारी हो। यह घटना तक़रीबन लगातार चलता आ रहा है। जिसके बाद से लोगों ने चुनाव बहिष्कार की मांग चुनाव आयोग से कर रहे है। चुनाव आयोग ने प्रक्रिया पूरी कर 12 मई को समाप्त हुए चुनाव को ख़ारिज करते हुए 19 मई को लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान के साथ दोबारा करने का फैसला किया है।
वीडियो देखकर 13 मई को एक बयान में, पोल पैनल ने कहा, “ऑब्जर्वर द्वारा जांच करने पर, शिकायत सही पाई गई। आयोग ने इसलिए 19 मई को इस मतदान केंद्र पर नए सिरे से मतदान का आदेश दिया है।”
इस घटना के बाद चुनाव आयोग के आदेश पर एजेंट को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताझ के दौरान एजेंट ने अपना नाम गिरीराज सिंह बताते हुए कहा कि उसने सिर्फ तीन महिलाये के अलावा किसी के साथ नहीं किया। ताज्जुब की बात ये कि वहां के मौजूद अधिकारी भी एजेंट को रोकते हुए नहीं दिखाई दे रहे है।