Written By : Amisha Gupta
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की तलाशी फिर से चर्चा में है।
हाल ही में उद्धव ठाकरे एक निजी दौरे पर गए थे, और उनकी यात्रा के दौरान नागपुर एयरपोर्ट पर उनके हेलीकॉप्टर की तलाशी ली गई। शिवसेना (यूबीटी) ने इसे एक सोची-समझी राजनीतिक कार्रवाई बताते हुए इसका कड़ा विरोध किया है।शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ताओं ने इसे बदले की कार्रवाई बताया और कहा कि राज्य में चल रही राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के कारण इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। उनका कहना है कि उद्धव ठाकरे को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है, जबकि वे एक सम्मानित राजनेता हैं और पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। शिवसेना नेताओं का यह भी आरोप है कि हाल के महीनों में ठाकरे के खिलाफ ऐसे कई मामलों में अत्यधिक चौकसी बरती गई है, जो उनकी पार्टी को दबाने के उद्देश्य से किए गए प्रतीत होते हैं।
पार्टी ने इसे कानून और सुरक्षा व्यवस्था के दायरे से बाहर बताया और कहा कि इस प्रकार की घटनाएं उनके नेता की छवि को धूमिल करने का प्रयास हैं।
शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने बयान में कहा कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां विपक्षी नेताओं को इस तरह परेशान कर रही हैं, जो लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।इस तलाशी के दौरान वहां मौजूद अधिकारियों ने इसे सामान्य सुरक्षा प्रक्रिया बताया। हालांकि, शिवसेना (यूबीटी) का दावा है कि केवल ठाकरे के हेलीकॉप्टर की ही तलाशी ली गई, जबकि अन्य नेताओं के हेलीकॉप्टर की जांच नहीं की गई। इस घटना को लेकर पार्टी में रोष है, और उन्होंने इसे शिवसेना (यूबीटी) के प्रति पक्षपातपूर्ण रवैया करार दिया है।