Written By : Amisha Gupta
चाड के उत्तरी झील क्षेत्र में हाल ही में बोको हरम आतंकवादी समूह और चाड की सेना के बीच भीषण संघर्ष हुआ, जिसमें 96 आतंकी मारे गए और 17 सैनिकों की भी मौत हो गई।
यह कार्रवाई झील चाड क्षेत्र में की गई, जो बोको हरम की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र रहा है। पिछले कुछ सालों में यह क्षेत्र आतंकवाद और हिंसा का गढ़ बन चुका है, जहां बोको हरम के आतंकवादी अक्सर स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों पर हमले करते रहे हैं।चाड की सेना ने बोको हरम के आतंकवादियों पर अचानक हमले की योजना बनाई थी। चाड के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह ऑपरेशन क्षेत्र में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से किया गया। इस अभियान के दौरान सेना को भारी हथियारों का भी सहारा लेना पड़ा, क्योंकि आतंकवादी मजबूत हथियारों से लैस थे। सेना ने कहा कि यह कार्रवाई बोको हरम के खिलाफ उनकी निर्णायक रणनीति का हिस्सा है और उन्होंने आतंकियों के कई ठिकानों को भी ध्वस्त किया।
सेना के प्रवक्ता के मुताबिक, इस अभियान में 17 सैनिकों की भी जान गई, जबकि 20 से अधिक घायल हुए हैं।
घायल सैनिकों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सेना का मनोबल ऊंचा है और घायल सैनिकों की स्थिति स्थिर है।इस संघर्ष ने चाड के सुरक्षा बलों और स्थानीय नागरिकों को एक बार फिर बोको हरम के आतंकवाद से जूझने की सच्चाई से रूबरू कराया है। झील चाड क्षेत्र, जो कि नाइजीरिया, नाइजर, कैमरून और चाड से जुड़ा है, लंबे समय से बोको हरम का अड्डा बना हुआ है। इस क्षेत्र में बोको हरम के आतंकवादी लगातार स्थानीय गांवों पर हमला करते हैं, लोगों को मारते हैं और उन्हें विस्थापित करते हैं। इस तरह के हमलों के चलते हजारों लोग अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर हुए हैं और क्षेत्र में अस्थिरता बनी हुई है।
चाड के राष्ट्रपति ने इस अभियान की सफलता के लिए सेना को बधाई दी और कहा कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने देश की जनता से अपील की कि वे सरकार और सेना का समर्थन करें ताकि देश से आतंकवाद को पूरी तरह खत्म किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने के लिए हर संभव संसाधन उपलब्ध कराएगी।यह संघर्ष न केवल चाड बल्कि अफ्रीका के कई देशों के लिए एक बड़ी चुनौती है, जो बोको हरम जैसे संगठनों के खिलाफ लंबे समय से संघर्षरत हैं। अफ्रीकी संघ और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने चाड के इस प्रयास की सराहना की है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग का वादा किया है। बोको हरम के खिलाफ इस तरह की कार्रवाइयों से क्षेत्र में शांति बहाल करने की उम्मीद है, हालांकि यह संघर्ष अभी भी लंबा और कठिन है।