लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के तरफ से बड़ा बयान जारी हुआ हैं। सुमित्रा महाजन ने लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। उन्होंने शुक्रवार को पत्र लिखकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भाजपा में उनके सीट को लेकर असमंजस है और निर्णय लेने में दिक्क़ते पैदा हो रही है। इसलिए अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी। पार्टी को अब इंदौर सीट पर जल्द ही नाम तय कर लेना चाहिए। सुमित्रा महाजन ने कहा कि पार्टी अपना निर्णय मुक्त होकर ले।
आपको बता दे कि 75 साल की लोकसभा स्पीकर और 8 बार की सांसद सुमित्रा महाजन इंदौर सीट से लगातार 1989 से चुनाव लड़ते आ रही है लेकिन इस बार टिकट को लेकर असमंजस कहीं न कहीं पार्टी के द्वारा जारी किये गए बयान जिसमें कहा गया था की 75 साल से अधिक आयु वाले को पार्टी इस बार टिकट नहीं देगी। कयास लगाया जा रहा है की पार्टी सुमित्रा महाजन के टिकट को लेकर इसीलिए देरी कर रही है। सुमित्रा महाजन ने आगे कहा कि इंदौर सीट पर असमंजस मतलब पार्टी अपना निर्णय लेने में कहीं न कहीं संकोच कर रही है। इसलिए मैं घोषणा करती हूं कि मुझे अब लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ना है। अत: पार्टी अपना निर्णय मुक्त मन से करे, निःसंकोच होकर करे।
वहीं अगर बात करे इंदौर सीट की तो सुमित्रा महाजन के बाद बीजेपी किसको चुनावी मैदान में खड़ा कर सकती है। इसके लिए दो नाम सामने आ रहा है एक कैलाश विजयवर्गीय जिसे बीजेपी ने बंगाल के प्रभारी बनाया है और दूसरा मालिनी गौड़ का नाम सामने आ रहा है।
आपको बता दे कि इंदौर में 30 साल से भाजपा जीत रही है। अब तक हुए 16 लोकसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस सिर्फ चार बार ही जीत सकी है।
उमा-सुषमा ने चुनाव लड़ने से किया इंकार
केंद्रीय मंत्री उमा भारती और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। उमा भारती के ऐलान के बाद पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। वहीं, सुषमा ने स्वास्थ्य का हवाला देकर चुनाव न लड़ने का फैसला किया है।
Posted By : Rupak J