बिहार बिधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है लेकिन प्रदेश के दोनों बड़े गठबंधनों में सीट बंटवारे का मामला नहीं सुलझ पाया है। दोनों ही खेमों में लगातार बैठकों का दौर जारी है। एलजेपी के जिद्दी रवैये की वजह से एक तरफ एनडीए में गहमागहमी बरकरार है तो वहीं महागठबंधन में भी आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों पर तनातनी कायम है।
वहीं इस पूरे प्रकरण के बीच बिहार चुनाव के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों से मिल रही खबर के मुताबिक महागठबंधन में सीट बंटवारे पर सभी दलों में सहमति बन चुकी है। माना जा रहा है कि इसके साथ ही सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर भी मुहर लग चुकी है। खबर है कि भाकपा माले को 19 सीट, कांग्रेस को 68, सीपीआई, सीपीएम को भी सम्मान जनक सीट दिए जाने पर फैसला हुआ है।
खबर है कि बिहार चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर आरजेडी और कांग्रेस की साझेदारी को लेकर चल रहा सिरदर्द अब खत्म हो चुका है। पिछले 48 घंटों में हुई बातचीत और संवाद से दोनों दलों के बीच की खाई में कमी आई है। खबरों के मुताबिक पहले चरण के लिए करीब 20 सीटों को छोड़कर आरजेडी ने बाकी सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों को हरी झंडी दे दी है।कल दिन भर चली वर्चुअल मीटिंग से विवाद कुछ हद तक सुलझा और काराकाट, आरा, ओबरा और सासाराम सहित चार अन्य सीटें कांग्रेस के लिए आरजेडी ने छोड़ दी हैं।
महागठबंधन के विवाद सुलझने की खबर के साथ ही साफ हो गया है कि अब एनडीए पर भी जल्द से जल्द सीट बंटवारे के मसले को सुलझाने का दबाव होगा। वहीं खबरों की मानें तो अमित शाह का फॉर्मूला काम कर रहा है और बातचीत के बाद चिराग पासवान के तेवर कुछ नरम पड़े हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही एनडीए के खेमे से भी सीट बंटवारे पर फाइनल फैसला सामने आ सकता है।