बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन के घोषणा पत्र को जारी करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो वो सबसे पहले 10 लाख बेरोजगारों को नौकरी देंगे। इसके साथ ही वहीं मौजूद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी और सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये वहीं बीजेपी है जिसने बिहार के DNA पर सवाल उठाया था। और अब नीतीश कुमार खुद डीएनए का मतलब भूल गए हैं, ये लोग कलम के भी बेईमान है।
वहीं अब इस पर जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह के साथ साथ प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बयान दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने एनडीए के आगे महागठबंधन टिक नहीं पा रहा है इस लिए ये सब बौखलाए हुए है और बिना सोचे समझे कुछ भी बोल रहे है।
सुशील मोदी ने भी तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि खुद किसानों की जमीन हड़पने वाले आज किसानों की भलाई की बात कर रहे हैं। और पार्टी अपने फायदे के लिए बलात्कारियों को टिकट दे रही है वो राज्य में कानून व्यवस्था क्या बना कर रखेंगे। सुशील मोदी ने कहा कि महागठबंधन के लोग ढपोरशंखी हैं और संस्कृत के एक मुहावरे का मतलब के समान है कि मैं सिर्फ बोलूंगा तुम्हें कुछ दे नहीं सकता।
वहीं संजय जयसवाल ने महागठबंधन के बदलाव पत्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो उन्होंने पिछले 15 साल में किया वही सब वो फिर से करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि आज भी फ्रेजर रोड में शाम में कोई भी महिला जाने से डरती थी, और ये फिर भी 15 साल पहले वाली नीति अपना रहे हैं। जब नरसंहार का समय होता था और वैसे ही दलों से इन लोगों ने गठबंधन भी किया है.