बिहार के मुंगेर में दशहरा पर मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। हिंसा को लेकर लोगों में बढ़ रहे गुस्से को देखते हुए महकमे ने यहां के डीएम और एसपी दोनों को हटा दिया है। बता दें कि मामले को लेकर गुस्साई भीड़ ने गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित एसपी कार्यालय और एसडीओ आवास में जमकर तोड़फोड़ की। और वहां मौजूद कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।
वहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि लिपि सिंह बेहद क्रूर किस्म की पुलिस अधिकारी हैं। उनका आरोप है कि उन्होंने निहत्थे लोगों पर गोलियां और लाठी चलाने के आदेश दे दिए। मुंगेर जिले की पुलिस अधीक्षक लिपी सिंह नीतीश के विश्वासपात्र माने जाने पूर्व आईएएस अधिकारी एवं जेडीयू के राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह की नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी की बेटी हैं।
आपको बता दें कि स्थानीय लोगों के साथ साथ विपक्ष भी नीतीश सरकार पर लगातार आरोप लगा रहे हैं। और इस घटना की तुलना जलियांवाला बाग जैसी घटना से कर रहें हैं। बताया। बता दें कि मुंगेर जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत दीन दयाल उपाध्याय चौक पर सोमवार देर रात देवी दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई गोलीबारी और पथराव में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सुरक्षाकर्मियों सहित दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे।
वहीं घटना के बाद पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि , ‘कुछ असामाजिक तत्वों ने दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान पथराव किया, जिसमें 20 जवान घायल हो गए। भीड़ की तरफ से भी गोलीबारी की गई जिसमें दुर्भाग्य से एक व्यक्ति की मौत हो गई।’