किसान आंदोलन का आज 50वां दिन है. इसी के लिए सरकार ने बुधवार को सीनियर अफसरों और वकीलों से चर्चा की. जिसके बाद सभी की सलाह और कानूनी पहलुओं पर विचार के बाद इसपर आज अंतिम फैसला लिया जाएगा.
बता दें कि 15 जनवरी को एक बार फिर किसानों और सरकार के बीच इन कानूनों को लेकर चर्चा होनी है. वहीं किसानों की माने तो इस मामले को लेकर वो सरकार से बात कर लेंगे लेकिन सुप्रीम कोर्ट की कमेटी से बात नहीं करेंगे. क्योंकि, कमेटी सरकार के लिए ही काम करेगी. वहीं, एक्सपर्ट कमेटी को अभी तक सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नियुक्ति संबंधी कोई पत्र नहीं मिला है।
बुधवार को दिल्ली बॉर्डर पर किसान जत्थेबंदियों की दिनभर बैठकों का दौर चला। किसान संगठनों ने दावा किया कि लोहड़ी पर पंजाब समेत पूरे देश में 20 हजार से ज्यादा जगहों पर कृषि कानूनों की कॉपी जलाई गईं। किसान नेता हरमीत सिंह कादियां ने बताया कि बैठक में फैसला लिया गया है कि 18 जनवरी को महिलाएं देशभर में हर जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगी.
आपको बता दें कि 26 जनवरी को किसान परेड भी करने वाले हैं और इसके लिए उन्होंने बड़े स्तर पर तैयारियों शुरू कर दी है. साथ ही इसके लिए वो सभी किसान परिवारों को जागरूक किया जा रहा है. वहीं इसके लिए प्रदेश भर में वॉलंटियर्स की भर्ती की जा रही है. परेड के लिए महिलाएं ट्रैक्टर चलाकर प्रैक्टिस कर रहीं हैं. वहीं, संगरूर के गांव भल्लरहेड़ी में फैसला लिया है कि गांव के हर परिवार का एक सदस्य दिल्ली जाएगा.