सेंट्रल डेस्क: अमित दत्त : लोकसभा चुनावों के बीच राम मंदिर का मामला लगातर गरमाता जा रहा है। इस मामले में जहां देश की सबसे बड़ी कोर्ट 29 जनवरी को इस मामले में बेंच का गठन करेगी। यह बेंच इस बारे में फसला लेगी की अयोध्याा विवाद पर नियमित रुप से सुनवाई हो या नहीं। वहीं 30 और 31 तारीख को राम मंदिर मामले को लेकर कुंभ के दौरान साधु—संतों की भी धर्म सभा होने जा रहीं है। इसी बीच विश्व हिन्दू परिषद के अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष चंपत राय ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने राम मंदिर का विरोध करने वालों को देश विरोधी बताया है।
न्यूज10 इंडिया से चंपर राय ने की खास बातचीत
न्यूज10 इंडिया से फोन पर बातचीत के दौरान वीएचपी के अंतराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राया ने कहा कहा कि बात—चीत के दौरान कहा कि इस देश और दुनिया में जितने भी हिन्दू हैं और जो अपने देश से प्यार करते हैं। वे सभी लोग चाहेंगे कि अयोंध्याा में राम मंदिर बने। जो लोग गुलामी पसंद करते हैं वे कभी नहीं चाहेंगे कि देश में राम मंदिर बने। ऐसे लोगों को मेंरा नमस्कार है। वहीं उन्होंने कहा राम मंदिर के मामले पर कोर्ट की ओर से बार—बार तारीखें दिए जाने को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि रोज नए बहाने बनाए जा रहे हैं। मामले को लटकाने को लेकर नई-नई बहानेबाजी हो रहीं है।
वहीं उन्होंने बीजेपी के स्टैण्ड को लेकर पूछें गए सवालों को लेकर कहा कि अभी इस मामले पर देश एक जुट नहीं है कि सरकारें अदालतों को गाइड करतीं हैं। उन्होंने बीजेपी की सरकार की सराहना करते हुए कहा कि इस सरकार ने अच्छा काम किया है। चंपत राय ने कहा कि इस सरकार के बाद अब कोई यह नहीं कहेगा कि सरकारें अदालतों पर दबाव बनाती हैं।
चंपत राय बोलें — सरकारें झुकेंगी और मंदिर बनेगा
राम मंदिर कैसे बनेगा जब यह सवाल हमने उनसे किया तो बीएचपी के अंतराष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि राम मंदिर बनेगा और वहीं अयोध्या में बनेंगा। उन्होंने आगे जोर देते हुए कहा कि राम मंदिर को बनने से कोई रोक नहीं सकता है। जनता इसपर दबाव बनाएगी, जिससे सरकारें भी झुकेंगी और अदालतें भी झुकेंगी।
वहीं उन्होंने 31 जनवरी और 1 फरवरी को लेकर कुंभ में साधु—संतो की बैठक पुष्टि करते हुए कहा कि इस इस दौरान हिन्दुओं कि कई समस्याओं को लेकर इस दौरान चर्चा होगी। जब यह पूछा गया कि क्या इस दौरान राम मंदिर को लेकर भी कोई चर्चा होगी ? इस सवाल पर चंपत राय बचते हुए दिखें और कहा कि इसके अलावा और भी बड़ी समस्याएं है, उनपर चर्चा होगी।