भारत में लगातार कोरोना संक्रमण की स्थिति बदतर होती जा रही है। वहीं अब धीरे-धीरे सभी प्रदेश संक्रमण की इस नई लहर की चपेट में आते दिख रहे हैं। बिहार में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए सरकार ने 11 अप्रैल तक स्कूल और कॉलेज को बंद करने का फैसला किया है। वहीं स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इसकी अवधि एक और हफ्ते के लिए बढ़ा दी गई है। यानी अब 18 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। इसके अलावा 30 अप्रैल तक सभी दुकान और प्रतिष्ठान शाम 7 बजे तक ही खुलेंगे। इसे लेकर सीएम नीतीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थिति के बारे में जानकारी दी है।
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हाईलेवल मीटिंग की थी। बैठक में एक और हफ्ते के लिए स्कूल और कॉलेज को बंद करने का फैसला लिया गया। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर बात हुई। कोरोना वैक्सीनेशन का काम बिहार में तेजी से हो रहा है और अब जिलों को ये निर्देश दिया गया है कि कोरोना संक्रमण की जांच तेजी से की जाए। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि प्रदेश में रोजाना कम से कम एक लाख लोगों की जांच करने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मास्क लगाना और सैनिटाइजर का उपयोग जरूरी होगा। महाराष्ट्र से आने वाली सभी ट्रेनों के यात्रियों का स्टेशन पर ही कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। जो भी पॉजिटिव पाए जाएंगे उन्हें क्वारंटीन किया जाएगा। 30 अप्रैल तक घर की सभी दुकान और प्रतिष्ठान शाम 7 बजे तक ही खुलेंगी। हालांकि फूड सप्लाई शॉप्स के लिए ये नियम लागू नहीं होंगे।