बिहार के गया से एक रेल दुर्घटना का मामला सामने आया जहां एक 28 वर्षीय मजदूर की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। अगले दिन सुबह जब ग्रामीण टहलने के लिए निकले तो उन्हें इस बात की जानकारी हुई जिसके बाद पत्नी ने पति के शव की पहचान की।
यह घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है जब उस मजदूर की ट्रेन से कटकर मौत हो गई और अगले दिन शुक्रवार को जब सुबह लोग टहलने निकले तो लोगों को शव की जानकारी हुई जिसके बाद पूरे गांव में इस बात की सनसनी फैल गई और कड़ी मशक्कत के बाद शव की पहचान की जा सकी।
मृतक युवक का नाम संजय मांझी बताया जा रहा है जो कि बरसीमा गांव का रहने वाला था। स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक संजय मारी मजदूरी करने सुबह एएमयू ट्रेन से कोडरमा जाता था और शाम को उसी आसनसोल गया पैसेंजर से रात को घर वापस लौटता था।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार की रात को 9:00 बजे के आसपास जेएनयू पैसेंजर से मजदूर के एक समूह के साथ मृतक भी बंशी नाला हाल्ट पर उतरा। अक्सर मालगाड़ी और अन्य ट्रेनों के आने से पहले सभी पर्टियों से क्रॉस कर जाते थे। उस दिन भी यही हुआ सभी क्रॉस कर गए और जब संजय क्रॉस करने जा ही रहा था कि तभी मालगाड़ी की चपेट में आ गया। इस दुर्घटना में मजदूर संजय मांझी की मौके पर ही मौत हो गई। उस वक्त उसके साथ किसी के ना होने की वजह से इस बात की खबर घर तक नहीं पहुंची। देर रात तक उसके घर न लौटने पर पत्नी काफी चिंतित थी। सुबह होते ही वह अपने पति को खोजने के लिए रेलवे स्टेशन की तरफ गई जहां उससे पति नहीं बल्कि उसका शव मिला।
संजय की पत्नी का कहना है की वह कोडरमा काम करने जाते थे। उसी कमाई से घर का खर्च चलता था। अब बाल बच्चो का भरण पोषण कैसे होगा। इस घटना की जानकारी आरपीएफ पुलिस बल एव स्थानीय थाना घटना स्थल पर पहुंचकर मुआयना करते हुए मृतक की पत्नी से पुछताछ की गई और पति से जुड़ी बातें दर्ज की गई। इस पूछताछ के बाद शव को कब्जे में लेते हुए पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।