बिहार (Bihar) में आजकल सियासी खबरें जोरों शोरों से चर्चा में बनी हुई हैं। गौरतलब हैं कि वर्तमान समय में प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों की कुल संख्या 30 है और नियम के अनुसार मंत्रियों की अधिकतम संख्या 36 हो सकती है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि आगामी दिनों में नीतीश कुमार जल्द ही मंत्रियों की संख्या को बढ़ाएंगे।
बिहार (Bihar) की इस राजनीतिक हलचल की गूंज पूरे भारत में सुनाई दे रही है। इस बात की चर्चा है कि कैबिनेट में किन पार्टियों के नेताओं को जगह दी जाएगी। संभावना है कि इस बार कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया में जातीय समीकरण को साधा जाएगा। इसके अलावा गठबंधन के साथी दल राजद और कांग्रेस को भी उचित स्थान मिलने की संभावना हैं।
राजद और कांग्रेस कोटे के कौन नेता मंत्री बनेगा यह देखने वाली बात होगी। मीडिया रिपोर्ट की माने तो एक और राजद कोटे से भूमिहार और राजपूत जाति को प्राथमिकता दी जा सकती है। दूसरी ओर कांग्रेस की और से ब्राह्मण और पिछड़ी जाति के नेताओ को मौका दिया जा सकता है। आप को बता दे, बीते दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के साथ हुई मुलाकात हुई थी, वह इसी संदर्भ में देखी जा रही हैं।
By: Meenakshi Pant