शिवहर लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 का मतदान संपन्न हो गया है पर समस्या ज्यों के त्यों रह गई है, शिवहर में मूलभूत सुविधाएं अभी भी ज्यों का त्यों है । गौरतलब हो कि शिवहर जिला 1994 में बना था और शिवहर लोकसभा संसदीय क्षेत्र 1977 में घोषित किया गया था परंतु परंतु अब तक 1977 से लेकर 2019 तक 11 सांसदों ने शिवहर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है 12 वा सांसद 23 मई को चुने जाएंगे,परंतु विकास के नाम पर अभी भी शिवहर जिला अन्य संसदीय क्षेत्र से कोसों दूर है।
शिवहर जिला की मूलभूत सुविधाएं पर नजर डाले तो सबसे अहम रेलवे का परिचालन नहीं होना, उच्च शिक्षा से कोसों दूर रखना, अभी भी इन आधुनिक युग में छोटे से गंभीर बीमारी के लिए अस्पताल रहने के बावजूद मरीजों को रेफर करना, पुल का निर्माण नहीं करना, एनएच 104 का सुदृढ़ीकरण नहीं करना साथ ही सबसे पुराना बेलवा घाट पर पुल का निर्माण नहीं होना, खोरी पाकर पुल के लिए समस्याओं को नहीं सुनना दुखद ही नहीं शिवहर के जनता को यह समस्या चिढाता नजर आ रहा है।
इतना ही नहीं ग्रामीण सड़कों का भी बुरा हाल है, कई वार्डों में पानी निकासी के लिए नाला तक नहीं बना हुआ है, शौचालय, शुद्ध पेयजल के लिए शिवहर जिला अभी भी तरस रहा है, शिक्षा के क्षेत्र में अभी भी बच्चों के सरकारी सुविधाओं में सेंधमारी होना सहित कई बुनियादी सुविधाओं से यह जिला शिवहर क्षेत्र वंचित है।
समस्याओं से निजात दिलाने के लिए शिवहर जिले के कई संगठनों का जन्म हुआ, कई संगठन के युवाओं के द्वारा प्रशासनिक पदाधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक मांगे रखी गई परंतु जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन कान में तेल डाल कर समस्याओं को देखते व सुनते रहे यहां तक कि उन समस्याओं से दो चार होते भी रहे परंतु निदान करने की कोई सार्थक पहल नहीं की गई। जबकि अब आम जनता जागरूक हो चुका है अपनी हक की लड़ाई के लेकर हमेशा संघर्ष करते दिखा है। इस बार भी शिवहर की जनता ठगी सी रह गई, जनता अपनी समस्याओं के निदान के लिए जनप्रतिनिधि के आश्वासनों का गले लगाते रहे, परंतु आश्वासन के अलावा कुछ भी जनता को हाथ नहीं लगा।
एनएच 104 का चौड़ीकरण इसका जीता जागता सबूत भी है कई महीनों से एन एच 104 सड़क के आस पास वाले घरों का दुर्गति अनुभव करने की चीज है घरों में धूल फांक कर लोग बीमार भी हो रहे हैं परंतु जनप्रतिनिधि या जिला प्रशासन या ठेकेदार कोई देखने व कोई सुनने वाला भी नहीं है। शिवहर ने अब तक 11 सांसद चुनकर जिले के सर्वांगीण विकास कराने को लेकर संसद भवन भेजा था, 12 वा सांसद भेजने के लिए मुहर लगा दी है परिणाम 23 मई को होने वाला है, पर समस्या अभी भी ज्यों का त्यों पैर पसारे हुआ है कब इन समस्याओं का निदान होगा, जनता अभी भी मुंहतका का बना हुआ है।
मजबूरवश शिवहर जिला के जनता इन समस्याओं को उंगली पर गिनते नजर आते हैं, अपने हक की आवाज उठाते हैं, ना कोई सुनने वाला है ना कोई समझने वाला , जनता ने इस कड़ाके की धूप में भी अपना मत का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूत करने की पहल की है लेकिन इस बार भी आम जनता ठगा सा महसूस कर रहा है। इस बार नए मतदाताओं चाहे युवक हो या युवतियों अपने अधिकार के प्रति जागरूक है, ऐसा माना जा रहा है कि अब उनकी समस्याएं पूरा नहीं होगा तो एक आंदोलन फिर से नए मतदाताओं की तरफ से किया जा सकता है।
शिवहर से मोहम्मद हसनैन की रिपोर्ट –