बिहार विधानसभा चुनाव अपने चरम पर है। प्रक्रिया जारी है और तमाम सियासी दल प्रचार के साथ वार पलटवार में व्यस्त है। वहीं बिहार विधानसभा के दूसरे चरण के चुनाव के लिए शनिवार को नामांकन पत्रों की छंटनी की आखिरी तारीख थी। 16 अक्टूबर को नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया खत्म हुई। जिसके बाद कल निर्वाचन अधिकारियों ने दूसरे चरण के करीब 40 प्रत्याशियों को नामांकन रद्द कर दिया। इन नामांकन पत्रों में गलतियों के लिए नोटिस भेजा गया था। जिन प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र में हुई त्रुटि का सार्थक जवाब नहीं दिया उनके नॉमिनेशन कैंसल कर दिए गए हैं।
खबर के मुताबिक इनमें से ज्यादातर नामांकन पत्र इसीलिए रद्द किए गए हैं क्योंकि इन प्रत्याशियों ने शपथ पत्र को ना गंभीरता से लिया बल्कि इसे लेकर मिले नोटिस का सही से जवाब भी नहीं दिया। वहीं कई प्रत्याशियों ने शपथ पत्र के कई कॉलम भी खाली छोड़ दिए थे। जिसका संज्ञान लेकर नामांकन रद्द किया गया है। इसके अलावा कई प्रत्याशियों ने आय को लेकर साफ जानकारी नहीं दी। जो इन उम्मीदवारों के नामांकन पत्र रद्द करने का कारण बन गया। कुछ प्रत्याशियों का नामांकन पत्र निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश को देखते हुए नहीं भरा गया था ऐसे प्रत्याशियों पर भी चुनाव अधिकारियों की कैंची चल गई।
हालांकि अधिकारियों की तरफ से कहा गया है कि ज्यादातर नामांकन पत्रों में छोटी मोटी गलतियां की गई थीं। हालांकि इस लेकर उम्मीदवारों को नोटिस भी भेजा गया था। कुछ लोगों ने इसे लेकर सफाई भी दी। वहीं 40 उम्मीदवार स्पष्टीकरण नहीं दे पाए जिसे लेकर ये कार्रवाई की गई है। छटनीं के वक्त दूसरे राज्यों से आए चुनावी पर्वेक्षक मौजूद रहे। जिन उम्मीदवारों का नॉमिनेशन कैंसल हुआ है उनकी लिस्ट निर्वाचन आयोग को भेज दी गई है।