सेंट्रल डेस्क,साहुल पाण्डेय। दुनिया मानती है कि भारत के लोग बहुत इंटेलिजेंट होते है। लेकिन हमारे ही देश में इंटेलिजेंट लोगों के साथ—साथ कन्फयूज लोगों की भरमार है। ज्यादातर कन्फयूज तो वो ही लोग मिल जाएंगे जो विद्ववान होने के कादावा करते है। खैर हमारे कन्फयूज होने की परेंपरा बहुत पुरानी है। जेसे हम हर गोरे को अंग्रेज समझते हैं, हर कापले को अफ्रिकी और हर नेपाली चेहरे वाले लोगों को नेपाली या चाइनिज। इतना तो छोड़िए आम जिंदगी में भी हम काफी कन्फूज हो जाते हैं। आपने अक्सर ये सुना होगा कि किसी फलने बाबू के बदले फलने बाबू पिट गए। आजकल यहीं खेल सोशल मीडिया पर भी जारी है। यहां सर्फ एक्सेल के बदले माइक्रोशॉफ्ट एक्सेल लोगों के निशाने पर आ गया है।
गूगल के प्ले स्टोर पर अचानक से ही लोगों ने एम एस एक्सेल के एफ को 1 स्टार की रेटिंग देनी शुरू कर दी है। वहीं कई यूजर्स ने इसके रिव्यू में भी सर्फ एक्सेल वाला गुस्सा उढ़ेल दिया है। दरअसल आपको बता दें कि लोगों को असली गुस्सा तो हिन्दुस्तान यूनिलिवर के प्रोडक्ट सर्फ एक्सेल को लेकर है। हाल हीं में होली को लेकर सर्फ एक्सेल का एक एड सामने आया जिसमें आपसी भाईचारे को लेकर एक संदेश था। लेकिन लोगों ने इसमें भी जबरदस्ती की संप्रदायिकता खोज निकाली और हैश टैग बॉयकॉट सर्फ एक्सेल ट्रेंड हो गया।
लेकिन सोशल मीडिया का ये ट्रेंडिंग हैश टैग गूगल प्ले स्टोर की दर पर जा पहुंचा। जहां बेवकुफियत की एक अलग मिसाल ही देखने को मिली। लोगों ने सर्फ एक्सेल के बदले बिलगेट्स वाले माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल को ही अपना निशाना बना लिया। अगर अभी आप गूगल प्ले में जाकर एक्सेल के एप को खोलें और रिव्यू सेक्शन में जाकर देखें तो आपको एक्सेल के लिए कई निगेटिव रिव्यू पढ़ने को मिल जाएंगे। कइयों ने तो इस एप को हिन्दुओं का विरोधी बता दिया है। यानि बिलगेट्स के एक्सेल को एंटी हिन्दू होने का तमगा दे दिया गया है।
कंन्फयूजन के इस ड्रामें को ट्विटर यूजर्स ने देखा तो ये मामला सोशल मीडिया पर एक बार फिर ट्रोल हो गया। लोग इस पूरे वाक्ये को लेकर जमकर हसी ठिठोली कर रहे है। आपको बता दें कि गूगल एप पर लोगों में ऐसा कंफयूजन कोई पहली बार नहीं देखा जा रहा है। बता दें कि इससे पहले जब भारत में स्नैप चैट का विरोध चल रहा था तो इसका शिकार स्नैप डील हो गई थी।