किसानों संगठनों के विरोध के बीच कुछ किसान कृषि कानून के समर्थन में भी आ गए हैं। कृषि मंत्री से मुलाकात कर किसानों ने साफ किया ये कानून किसानों के हित में हैं …इन्हे वापस ना लिया जाए। लेकिन विरोध की रफ्तार भी बढ़ गई है। अब अन्नदाता ने अन्न त्यागने का फैसला कर लिया है। उधर सरकार अब भी संवाद करने की बात लगातार कह रही है।
इस बीच सिंघु बॉर्डर पर डटे किसान संगठनों ने प्रदर्शन तेज़ कर दिया है। और अब भूख हड़ताल का सहारा भी लिया जा रहा है। आज किसान संगठनों के नेता भूख हड़ताल पर हैं….सुबह 8 बजे से किसानों की भूख हड़ताल शुरू हो चुकी है। किसानों का अनशन शाम 5 बजे तक चलेगा। इसके अलावा आज किसान देशभर के बीजेपी दफ्तरों का घेराव करेंगे। आज किसान टोल प्लाजा पर भी प्रदर्शन करेंगे और आज भी टोल प्लाज़ा को फ्री करवाएंगे।
किसान आंदोलन में अब तक की 10 बड़ी बातें —-
1- किसान नेताओं की आज भूख हड़ताल
2- सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक अनशन पर बैठेंगे
3- सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर पर अनशन पर बैठेंगे किसान
4- गाजीपुर, पलवल समेत सभी टोल प्लाज़ा पर अनशन
5- आज बीजेपी दफ्तरों का घेराव करेंगे किसान
6- डिप्टी कमिश्नर दफ्तरों पर भी प्रदर्शन होगा
7- देश के सभी टोल प्लाज़ा पर आज प्रदर्शन
8- आज देशभर में टोल प्लाजा फ्री करेंगे किसान
9- दिल्ली के सीएम केजरीवाल भी रखेंगे उपवास
10- किसान आंदोलन का आज 19वां दिन
किसान आंदोलन में एक तरफ विरोध के सुर बुलंद हो रहे हैं तो दूसरी तरफ कई किसान संगठन कृषि कानून के समर्थन में आ गए हैं। हरियाणा, उत्तरप्रदेश, के बाद अब उत्तराखंड के किसानों ने भी कृषि मंत्री से मुलाकात कर कृषि कानूनों का समर्थन किया। किसानों से मिलकर कृषि मंत्री ने भी किसानों का आभार जताया।
19 दिनों के बाद भी किसानों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। लेकिन कई किसान संगठनों का पीछे हटना और कई किसानों का कानून को समर्थन देना इस बात की तरफ इशारा कर रहा है कि किसानों के विचार बंट गए हैं। लेकिन कई संगठन इससे अपने आप को अलग बता कर आंदोलन की रफ्तार बढ़ा रहे हैं।