सेंट्रल डेस्क प्राची जैन: इंदौर के होलकर स्टेडियम में भारत-बांग्लादेश के बीच पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेशी टीम पहले दिन 150 रन पर ढेर हो गई। जवाब में भारत ने दूसरे दिन लंच तक तीन विकेट पर 188 रन बना लिए हैं। मयंक अग्रवाल (91) और अजिंक्य रहाणे (35) रन बनाकर नाबाद हैं। इस तरह बांग्लादेश की पहली पारी के आधार पर भारत के पास अब 38 रन की बढ़त हो चुकी है।
गुरुवार को भारत ने अपने पहले दिन के स्कोर 86/1 से खेलना शुरू किया। दूसरे ही ओवर में पेसर अबू जायेद को लगातार दो चौके ठोकते हुए चेतेश्वर पुजारा ने 64 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके पहले कि पुजारा और खतरनाक होते अबू जायेद ने ही उन्हें चौथे स्लिप में लपकवाया, उन्होंने 54 रन बनाए।
भारत को सबसे बड़ा झटका उस वक्त लगा जब जायेद ने नए बल्लेबाज विराट कोहली को बिना खाता खोले ही पवेलियन लौटा दिया। भारतीय कप्तान के खिलाफ जोरदार अपील अंपायर ने ठुकराई, लेकिन बांग्लादेशी कप्तान ने रीव्यू लेने में कोई हिचक नहीं दिखाई। थर्ड अंपायर ने फिल्ड अंपायर के फैसले को सिरे से नकारते हुए कोहली को पगबाधा आउट करार दिया।
पहले दिन भारत का एकमात्र विकेट रोहित शर्मा (6) के रूप में गिरा था। आठवें ओवर की दूसरी गेंद पर सलामी बल्लेबाज रोहित के रूप में टीम को पहला झटका लगा। अबू जायेद ने रोहित को लिटन दास के हाथों कैच आउट कराकर चलता किया। अपनी पहली पारी में भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर साबित किया कि क्यों इस टीम को दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम कहा जाता है।खेल के पहले ही दिन भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश की पहली पारी में 150 रन पर समेट दी। बांग्लादेश के लिए मुश्फिकुर रहीम ने सबसे ज्यादा 43 रन बनाए। उनके अलावा कप्तान मोमिनुल हक ने 37, लिटन दास ने 21 और मोहम्मद मिथुन ने 13 रन का योगदान दिया। मेहमान टीम का और कोई बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया। भारत की ओर से तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सर्वाधिक तीन विकेट चटकाए। उनके अलावा ईशांत शर्मा, उमेश यादव और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने दो-दो विकेट लिए। अश्विन ने इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में अपने 250 विकेट भी पूरे कर लिए है।
मोमिनुल हक का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला उस वक्त गलत साबित हुआ, जब 30 रन पर ही उनके तीन खिलाड़ी पवेलियन लौट गए। टीम अंत तक उबर नहीं पाई। छठे ही ओवर में उमेश यादव ने पहला झटका दिया। ओवर की आखिरी गेंद पर उमेश ने इमरुल को रहाणे के हाथों कैच करवाया। इससे पहले कि मेहमान टीम संभल पाती उन्हें अगले ही ओवर में इशांत शर्मा ने भी करारा झटका दे दिया। इशांत ने सातवें ओवर की आखिरी गेंद पर शादमान इस्लाम (6) को विकेटकीपर ऋधिमान साहा के हाथों कैच करवाया।
दो विकेट गिरने के बाद मोहम्मद मिथुन ने कप्तान मोमिनुल के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाना शुरू किया और कुछ रन भी जोड़े, लेकिन 18वें में शमी ने इस साझेदारी को तोड़ दिया। ओवर की आखिरी गेंद पर शमी ने मिथुन को 13 रन के स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट किया।
अश्विन ने मोमिनल हक को 37 और फिर महमूदुल्लाह को 10 रन पर बोल्ड किया। इसी के साथ अश्विन ने घरेलू मैदान पर सबसे तेज 250 विकेट लेने के मामले में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन की बराबरी कर ली। दोनों स्पिनर ने 42 टेस्ट में यह कारनामा किया। अश्विन ने इस मामले में भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले (41 टेस्ट) को पीछे छोड़ दिया।
शमी ने मुश्फीकुर रहीम (43) को बोल्ड किया और फिर अगली ही गेंद पर मेहदी हसन मिराज को एलबीडब्ल्यू किया। यह दोनों विकेट 140 के कुल स्कोर पर ही गिरे। रहीम ने संघर्ष करते हुए 105 गेंदों का सामना किया और चार चौकों सहित एक छक्का लगाया।
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