भारी बारिश और कहर बरपा रही 225 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से प्रचंड हवाओं ने ओडिशा में भारी नुकसान पहुँचाया है। माना जा रहा है कि 1999 आये सुपर साइक्लोन के बाद सबसे यह खतरनाक तूफान है। इससे चक्रवर्ती तूफान फोनी बताया जा रहा है। फोनी ने 8. 30 में सबसे पहले ओडिशा में दस्तक दी। जिसके चलते कई पेड़ जड़ से उखड़ गए, कितनी घरें तवाह हो गयी, इलाकें पूरी तरह से वर्वाद हो गया। यहां तक की कई इलाकों पानी में डूबा हुआ है। अब तक की जानकारी के अनुसार 3 लोगों की मौत की खबरें आ रही है और साथ ही 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सूत्रों से पता चला कि भयानक तूफान की रफ्तार अब थमने लगी है। जहां एक और ओडिशा में पानी का असर कम हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में इसका असर बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते कोलकाता एयरपोर्ट से आने जाने वाली फ्लाइट को भी रद्द कर दी गयी।
आपको बता दें कि शुक्रवार सुबह करीब 8:30 बजे फोनी चक्रवर्ती तूफान उड़ीसा के पुरी तट से टकराया जिसके बाद उसने अपना कहर बरपाते हुए देश के लगभग कई हिस्से में जा पहुंचा है। जिसमे कई जानमाल की नुकसान की ख़बरें आ रही है।
इससे पहले ओडिशा में फोनी को लेकर प्रशासन मुस्तैद रहा। समुद्री किनारों से लोगों को हटा कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा गया था। राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक खुद पूरे हालात पर नजर बनाए हुए हैं और लोगों से शांति और बाहर निकलने की अपील की है। इसे तीन दशक के सबसे भयानक तूफान बताया गया है।
फोनी का असर राजनीतिक पार्टियों पर भी पड़ा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनावी रैलियां रद्द कर तटीय इलाकों के पास डेरा जमा लिया है। वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को भी झारखंड में होने वाली तीन रैलियां रद्द करनी पड़ी ।