बिहार विधानसभा की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव के लिए काउंटिंग की प्रक्रिया जारी है। जो शुरुआती रुझान अभी तक सामने आए हैं उनसे बिहार में महागठबंधन की सरकार का गठन होता दिख रहा है। रुझानों के शुरुआजी दौर में महागठबंधन पूर्ण बहुमत के आंकड़ों कर पहुंच गया था लेकिन वापसी करते हुए अब एनडीए गठबंधन कड़ी टक्कर दे रहा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक एनडीए 125 तो महागठबंधन 109 सीटों पर बढ़त बनाकर आगे बढ़ रहे हैं। इससे अपने दम पर सरकार बनाने के लिए एनडीए को केवल छह और सीटों की जरूरत है। रुझानों में एलजेपी 6 सीटों पर तो अन्य पार्टी 2 सीटों पर आगे चल रही हैं।
चुनाव आयोग ने 243 सीटों में से 189 के रुझान को जारी कर दिया है। रुझान के में एनडीए 97 सीटों पर आगे चल रही है। बीजेपी-53, जेडीयू-39, विकासशील इंसान पार्टी-5 सीटों पर बढ़त बनाकर आगे चल रही हैं। महागठबंधन 82 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। आरजेडी-54, कांग्रेस-14, वामदल-14 सीटों पर आगे चल रहे हैं। वहीं एक सीट पर बीएसपी, चार पर एलजेपी, 2 पर एआईएमआईएम और तीन पर निर्दलीय आगे हैं। शुरुआती रुझानों में हसनपुर से लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पीछे चल रहे हैं। वहीं राघोपुर से तेजस्वी यादव बढ़त बनाए हुए हैं।
आरजेडी के राघोपुर से तेजस्वी यादव- आगे
विजय कुमार चौधरी- आगे
चंद्रिका राय- पीछे
मुकेश सहनी- पीछे
सहरसा से लवली आनंद- आगे
जमुई से श्रेयसी सिंह- आगे
मधुबनी से राणा रणधीर सिंह- आगे
बांकीपुर से प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया- पीछे
हसनपुर से तेज प्रताप यादव- पीछे
इमामगंज से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी- पीछे
शिवहर से चेतन आनंद सिंह- आगे
सहरसा से लवली रंजन- पीछे
चंद्रिका राय- आगे
अब्दुल मुकेश सहनी- आगे
बेनीपुर से कांग्रेस के मिथिलेश चौधरी-आगे
सुपौल से मंत्री बिजेंद्र यादव- आगे
छातापुर से बीजेपी के नीरज कुमार सिंह- आगे
त्रिवेणीगंज से आरजेडी के संतोष सरदार- आगे
निर्मली से आरजेडी के यदुवंश यादवन- आगे
दरभंगा के बेनीपुर से कांग्रेस के मिथिलेश चौधरी- आगे
उधर वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में जनता दल (यूनाइटेड) ने बढ़त बनाकर रखी है। वहीं इस बीच जेडीयू के नेता केसी त्यागी का शुरुआती रुझानों पर बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि एक साल पहले, आरजेडी को लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी। लोकसभा परिणामों के मुताबिक, जेडीयू और सहयोगियों को 200 से अधिक सीटों पर जीत मिलेगी। पिछले एक साल में, ब्रांड नीतीश को कोई नुकसान नहीं हुआ है हम केवल कोविड संकट के प्रभाव के कारण हार रहे हैं।