कोरोना संक्रमित होने की वजह से सुर्खियों में छाए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अब इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि तीसरे चरण के ट्रायल के दौरान कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेने से पहले ही उन्हें इसके बारे में डॉक्टरों ने बताया था कि दूसरे डोज के बाद भी शरीर में एंटीबॉडीज बनने में 14 दिन का समय लगता है।
आपको बता दें कि 20 नवम्बर को अनिल विज ने भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लिया था। लेकिन उसके बाद भी वो कोरोना की चपेट में आ गए। फिलहाल वो हॉस्पिटल में एडमिट हैं। 67 साल के भाजपा नेता ने कोवैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल के दौरान वॉलेंटियर के तौर पर ये वैक्सीन लगवाई थी। वहीं भारत बायोटेक का अभी भी यही कहना है कि दो डोज लेने के बाद ही कोरोना से बचाव हो सकता है।
अब अनिल विज ने इसको लेकर एक ट्वीट किया और लिखा कि,उन्हें भारत बायोटेक की दो डोज कोरोना वायरस वैक्सीन में से सिर्फ डोज मिली थी। और इसकी दूसरी डोज मुझे 28 दिन बाद दी जानी थी। लेकिन तमाम एहतियात बरतने के बाद भी, मैं उससे पहले ही कोरोना से संक्रमित हो गया.’