नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर देश में पराक्रम दिवस मनाया जा रहा है। नेताजी की जंयती को लेकर कोलकाता में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। वहीं इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करने पहुंचे।
विक्टोरिया मैमोरियल पर अपने संबोधन में पीएम मोदी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए अपने संबोधन में कहा कि इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत नेताजी की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है। देश का भी कर्तव्य है कि उनके योगदान को पीढ़ी दर पीढ़ी याद किया जाए। इसलिए अब हर वर्ष हम नेताजी की जयंती, यानी 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी जिस भी स्वरूप में हमें देख रहे हैं, हमें आशीर्वाद दे रहे हैं। जिस भारत की उन्होंने कल्पना की थी, LAC से लेकर LOC तक, भारत का यही अवतार दुनिया देख रही है। जहां कहीं से भी भारत की संप्रभुता को चुनौती देने की कोशिश की गई, भारत उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि मुझे संतोष है कि आज देश पीड़ित, शोषित वंचित को, अपने किसान को, देश की महिलाओं को सशक्त करने के लिए दिन-रात एक कर रहा है। आज हर एक गरीब को मुफ्त इलाज की सुविधा के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही। पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी ने कहा था कि आजाद भारत के सपने में कभी भरोसा मत खोइए। दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो भारत को बांधकर रख सके। वाकई दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो 130 करोड़ देशवसियों को अपने भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने से रोक सके।
पीएम ने कहा कि आज जब इस वर्ष देश अपनी आजादी के 75 वर्ष में प्रवेश करने वाला है, जब देश आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, तब नेताजी का जीवन, उनका हर कार्य, उनका हर फैसला, हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।
वहीं कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का गुस्सा भी देखने को मिला। दरअसल ममता बनर्जी जब मंच पर भाषण देने पहुंचीं तो नारेबाजी शुरू हो गई। इसके बाद गुस्सा हुई ममता बनर्जी ने संबोधन से इनकार कर दिया बल्कि कहा कि किसी का अपमान करना ठीक नहीं है।