देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अब तक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए पिछले चौबीस घंटों में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा नए केस दर्ज किए गए हैं। पिछले चौबीस घंटों में कोरोना संक्रमण के एक लाख से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। पिछले साल सितंबर में 97 हजार से ज्यादा केस देखने को मिले थे जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा था। पिछले चौबीस घंटों में कोरोना से मरने वाले मरीजों की संख्या भी 478 रही। इन पूरे हालात के बीच सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में लगातार सख्ती बढ़ाई जा रही है। एक तरफ महाराष्ट्र में मिनी लॉकडाउन समेत कई सख्त नियम लागू कर दिए गए हैं तो वहीं यूपी सरकार ने भी एहतियातन नई कोरोना गाइडलाइन जारी कर दी है।
वहीं कल पीएम मोदी ने भी कोरोना की समीक्षा को लेकर हाईलेवल मीटिंग की थी। इस मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को कंट्रोल करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग समेत कई महकमों के आला अफसरों के साथ विचार विमर्श किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि कोविड-19 के ताजा संक्रमण के दौर से निपटने के लिए राज्यों को कड़े और व्यापक कदम उठाने होंगे। इसके साथ ही संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए पीएम मोदी ने पांच स्तरीय रणनीति टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट, कोविड व्यवहार और टीकाकरण को गंभीरता और प्रतिबद्धता से लागू करने का सुझाव भी दिया था।
अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और इसके खिलाफ जारी टीकाकरण से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करेंगे। राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी की ये बैठक गुरुवार शाम को 6.30 बजे होगी। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हफ्तेभर के अंदर दूसरी बैठक करने जा रहे हैं।