खाकी वर्दी को हम हिन्दुस्तानी हमेशा सम्मान की नजर से देखते हैं और सिर आंखों पर रखते हैं, खासकर उनको जो खाकी वर्दी की अहमियत समझते हैं और उसे पहनने के बाद देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से निभाते हैं।
बिहार के ऐसे ही कुछ अफसरों को केंद्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें अनुसंधान में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया गया है। जिनमें कि कुल पांच आईपीएस और सात पुलिस अफसर शामिल हैं। इन सभी अधिकारियों को ‘मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन’ 2021 से सम्मानित किया गया है। पूरे देश में कुल 152 पुलिस कर्मियों को यह सम्मान दिया गया है जिनमें कि 28 महिला पुलिस अधिकारी है।
सम्मान प्राप्त करने वालों की सूची में शामिल हैं, पश्चिम चंपारण की तत्कालीन एसपी व वर्तमान में भागलपुर की एसएसपी निताशा गुड़िया, दरभंगा के एसएसपी बाबू राम, नवादा के तत्कालीन एसपी व वर्तमान में नालंदा के एसपी हरि प्रसाथ एस, नालंदा के तत्कालीन एसपी व वर्तमान में एसपी एसटीएफ निलेश कुमार और दरभंगा के तत्कालीन सिटी एसपी व वर्तमान में मधेपुरा के एसपी योगेन्द्र कुमार।
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इसके अलावा बेतिया जिला बल के इंस्पेक्टर उग्रनाथ झा और नवादा जिला बल के इंस्पेक्टर मो. नेयाज अहमद को भी अनुसंधान में उत्कृष्ट कार्य के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया है। अपराध से जुड़े मामलों को सुलझाने में उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय प्रत्येक वर्ष यह पदक देती है।
सम्मान प्राप्त करनेवाले सभी पुलिस अफसरों को डीजीपी एसके सिंघल ने बधाई दी साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी। इस सम्मान की शुरुआत 2018 में आपराधिक मामलों की जांच के उच्च पेशेवर मानकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी