15 सितंबर, बुधवार के दिन कैबिनेट में एक बैठक की गई इस बैठक के दौरान आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना को मंजूरी दी गई।
इस योजना के तहत 64000 करोड रुपए स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने में दिया जाएगा। इसके साथ कुल 3382 ब्लॉक में एकीकृत जन स्वास्थ्य लैब की स्थापना भी की जाएगी।
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस योजना की घोषणा वित्तीय वर्ष 2122 के बजट भाषण के दौरान की गई थी। इतना ही नहीं आने वाले अगले 6 वर्षों के वित्तीय बजट में 64180 करोड रुपए के खर्च का अनुमान भी जताया गया था। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अतिरिक्त चलाई जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत उन 10 राज्यों के 17,788 ग्रामीण स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्रों को सहायता प्रदान की जाएगी, जिन पर ज्यादा फोकस रहता है। वहीं, देश के सभी राज्यों में 11,024 शहरी स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्रों की स्थापना की जाएगी। सभी जिलों में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला और 11 उच्च फोकस वाले राज्यों में 3382 ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों की स्थापना होगी।
सरकार इस योजना के माध्यम से देश के 602 जिलों और 12 केंद्रीय संस्थानों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक की स्थापना करेगी। साथ ही राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, इसकी पांच क्षेत्रीय शाखाओं और 20 महानगरीय स्वास्थ्य निगरानी इकाइयों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं को जोड़ने के लिए सभी राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों में एकीकृत स्वास्थ्य सूचना पोर्टल का विस्तार भी किया जाएगा।
केंद्र सरकार की योजना के मुताबिक 17 मई सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों का संचालन होगा 32 हवाई अड्डों, 11 बंदरगाहों सात लैंड क्रॉसिंग पर स्थित 33 मौजूदा सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों को मजबूत किया जाएगा। इसके साथ साथ ही 15 हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर और दो मोबाइल अस्पताल की भी स्थापना की जाएगी।
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