अक्सर महिलाओं को लगता है कि युवावस्था में शरीर काफी स्वस्थ होता है और वो सोचती है की हम बीमार नहीं पड़ सकती हैं. लेकिन यह धारणा गलत है. क्योकि मोटापा और खराब जीवनशैली के कारण 20 से 35 साल की उम्र में ही महिलाओं को उन गंभीर व जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जो आमतौर पर ज्यादा उम्र के लोगों को परेशान करती हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक 20 से 35 साल की उम्र में महिलाओं को जानलेवा बीमारी का खतरा भी हो सकता है बता दे की अधिक उम्र वाली कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को कम उम्र की महिलाओं के अंदर भी देखा जा सकता है. लेकिन राहत की बात यह है कि इनसे बचाव किया जा उदहारण के लिए –
हाई ब्लड प्रेशर….. रिपोर्ट के अनुसार 20 से 34 साल की उम्र की करीब 7 प्रतिशत महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है. जब हमारा दिल खून को पंप करने के लिए बहुत ताकत लगाता है, तो हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है और यह एक साइलेंट किलर है. जो कि दिल, किडनी, दिमाग और रक्त धमनियों के लिए खतरनाक हो सकता है इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है की यदि प्रेग्नेंसी के समय आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो आगे चलकर दिल की बीमारी होने का खतरा बहुत अधिक रहता है
टाइप 2 डायबिटीज…… रिपोर्ट की माने तो टाइप 2 डायबिटीज होने के बाद भी इसके कोई लक्षण नहीं दिख सकते हैं पहले के मुकाबले युवाओं और बच्चों में मोटापे के मामले काफी बढ़ गए हैं और आगे चलकर यह मधुमेह का खतरा बढ़ा देता है और इसके कारण गर्भावस्था के दौरान जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या भी हो सकती है. यह समस्या भविष्य में टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा बहुत बढ़ा देती है.
महिलाओं को स्ट्रोक का खतरा……महिलाओ में स्ट्रोक के अधिकतर मामले 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलते हैं. लेकिन हाल में हुए एक अध्ययन 18 से 34 वर्ष की महिलाओं के अंदर स्ट्रोक का खतरा 32 प्रतिशत तक बढ़ गया है जो काफी चिंताजनक है वैसे कम उम्र की महिलाओं में स्ट्रोक के मामले कम देखने को मिलते हैं, लेकिन जब भी दिखते हैं तो यह जानलेवा साबित हो सकता है
कोलोन और रेक्टल कैंसर….. कोलोरेक्टल कैंसर होने का खतरा उम्र के मुताबिक बढ़ता है. लेकिन हाल ही में हुए एक अध्ययन में कम उम्र की महिलाओं में भी इसके मामले देखने को मिले हैं. हालांकि, इसके पीछे का कारण अभी नहीं पता लग पाया है. यदि आपके मल में खून आता है या पेट साफ होने की प्रक्रिया में कोई असामान्य परिवर्तन आया है, तो डॉक्टर को तुरंत दिखाना चाहिए.
दिमाग छोटा होना….. यह सत्य है की उम्र बढ़ने के साथ हमारा दिमाग छोटा होने लगता है, जिसे ब्रेन श्रिंकेज कहा जाता है. लेकिन, किसिस व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा और धूम्रपान करने की आदत है, तो उसका दिमाग कम उम्र में ही इस अवस्था में पहुंच सकता है
इसके बचाव के लिए ब्लड प्रेशर को चेक करते रहना चाहिए, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखना चाहिए, ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना चाहिए, शारीरिक गतिविधि बढ़ाये स्वस्थ आहार खाएं, वजन नियंत्रित रखने के साथ साथ धूम्रपान नहीं करना चाहिए