क्या बीजेपी का यूपी मॉडल में पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में कमल खिलाएगा? दरअसल इन दिनों बीजेपी ने बंगाल विधानसभा चुनावों के लिए जो ताबड़तोड़ रणनीति तैयार की है उसे देखने के बाद ये सवाल लाजमी हो जाता है। क्योंकि पश्चिम बंगाल के सियासी रण में आने वाले दिनों में यूपी बीजेपी के टॉप नेता चुनावी अभियान को आगे बढ़ाते नज़र आएंगे। आज से उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पश्चिम बंगाल दो दिवसीय दौरे पर हैं। पश्चिम बंगाल पहुंचने पर केशव प्रसाद मौर्य का भव्य स्वागत किया गया। जानकारी के मुताबिक केशव प्रसाद मौर्य करीब 30 विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार अभियान में शिरकत कर सकते हैं। बीजेपी के स्थानीय कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर जोश भरने का अभियान जारी रहेगा।
सीएम योगी करेंगे बंगाल का दौरा
वहीं इससे अहम बात ये कि इसके अलावा जल्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पार्टी महासचिव सुनील बंसल भी पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से आने वाले केंद्रीय मंत्री भी पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। यहां आपकों बता दें कि बीजेपी पहले ही यूपी के सांसद विनोद सोनकर को राड़ बंग जोन का प्रभार सौंप चुकी है। जबकि बस्ती से सांसद हरीश द्विवेदी को उत्तर बंग जोन का प्रभारी बनाया गया है। साफ है कि हैदराबाद निगम चुनावों में सीएम योगी के प्रचार अभियान की सफलता को एक बार फिर बीजेपी बंगाल में दोहराना चाहती है।
अखिलेश यादव ने कसा तंज
वहीं इस पूरी तैयारी के बीच विपक्ष बीजेपी के मिशन बंगाल पर सवाल उठाता भी दिख रहा है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए ट्वीट किया है। अखिलेश यादव ने लिखा कि अगर पश्चिम बंगाल में भाजपा की रैली करने के लिए कोरोना नहीं है, तो संसद सत्र चलाने के लिए दिल्ली में क्यों है। संसद में किसानों के पक्ष में जन प्रतिनिधियों के आक्रोश से बचने के लिए भाजपा सरकार कोरोना का बहाना बना रही है। भाजपा संसदीय-सांविधानिक परंपराओं का क़त्लेआम कर रही है।
साफ है कि बीजेपी की इस रणनीति से विपक्ष में खलबली तो है लेकिन सवाल ये भी अहम है कि क्या एक बार फिर यूपी मॉडल से बीजेपी बंगाल फतह कर सकेगी।