कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर के किसानों का दिल्ली में पिछले 17 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है। वहीं अब ये प्रदर्शन दिल्ली से निकलकर अलग अलग हाईवे तक जा पहुंचा है। आज किसानों ने टोल नाकों को फ्री करने का ऐलान किया है। इसी के तहत अलग अलग टोल प्लाजा को किसान प्रदर्शनकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया और एक के बाद एक गाड़ियां बिना टोल भरे गुजरने लगीं। कृषि कानून रद्द करवाने की मांग पर अड़े किसानों ने आज आंदोलन तेज करते हुए टोल प्लाजा फ्री करने शुरू कर दिए हैं। अंबाला के शंभू टोल प्लाजा पर वाहन बिना टोल चुकाए गुजर रहे हैं। करनाल का बस्तारा टोल प्लाजा भी किसानों ने फ्री कर दिया है। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा का सिरसा टोल, आगरा का टोल और मुजफ्फरनगर का रोहाना टोल भी किसानों ने फ्री कर दिया है।
वहीं किसानों की चेतावनी को लेकर फरीदाबाद पुलिस दिल्ली-हरियाणा के रास्तों में आने वाले 5 टोल प्लाजा पर 3500 पुलिसकर्मी तैनात कर चुकी है। बदरपुर, गुरुग्राम-फरीदाबाद, कुंडली-गाजियाबाद-पलवल, पाली क्रशर जोन और धौज टोल प्लाजा पर प्रदर्शनकारियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
वहीं इससे पहले कल किसानों ने सुप्रीम कोर्ट में कृषि कानूनों के खिलाफ अर्जी भी लगाई है। किसानों ने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी है कि नए कानून उन्हें कॉरपोरेट के भरोसे छोड़ देंगे। ये कानून जल्दबाजी में लाए गए हैं। ये अवैध और मनमाने हैं, इसलिए इन्हें रद्द किया जाए।