एक लंबे वक्त के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी विदेश दौरे पर जा रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी बांग्लादेश दौरे पर रहेंगे। पीएम मोदी के इस दौरे के राजनीतिक मायने भी बेहद अहम हैं। पीएम का बांग्लादेश दौरा 26 और 27 मार्च को है, जिसमें वो मतुआ समुदाय के संस्थापक हरिचांद ठाकुर की जन्मस्थली जाएंगे। यानी 27 मार्च को जब बंगाल में पहले चरण के वोट पड़ रहे होंगे, पीएम मोदी मतुआ समुदाय के लोगों से मुलाकात करेंगे। गौरतलब है कि बंगाल में मतुआ समुदाय एक बड़ा वोट बैंक है और 70 विधानसभा सीटों पर असर रखता है।
पीएम मोदी का ये दौरा बांग्लादेश की आजादी की 50वीं वर्षगांठ के समारोह के मद्देनजर भी है। दूसरा, ये बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान का जन्म शताब्दी वर्ष है और तीसरा, भारत-बांग्लादेश कूटनीतिक रिश्तों का ये 50वां वर्ष है। कोरोना काल में भारत की वैक्सीन मैत्री के तहत सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज बांग्लादेश को मिली है। बांग्लादेश को मिले 90 लाख वैक्सीन डोज में 20 लाख डोज ग्रांट के तौर पर है। पीएम मोदी के बांग्लादेश दौरे में ढाका और पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के बीच यात्री ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखायी जा सकती है।
दिसंबर 2020 में पीएम मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने पश्चिम बंगाल के हल्दीबाड़ी और बांग्लादेश के चिलाहाटी के बीच 55 साल बाद रेल लिंक को हरी झंडी दिखायी थी। ये रेल लिंक 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में टूटा था, जो 2020 के अंत में फिर से बहाल हो गया है। मालूम हो कि पीएम मोदी 497 दिनों बाद विदेश यात्रा पर हैं. इससे पहले नवंबर 2019 में पीएम मोदी ब्राजील के दौरे पर गए थे। 15 जून 2014 से नवंबर 2019 के बीच पीएम ने कुल 1979 दिनों में 96 देशों के दौरे किए हैं।