नए साल में हरिद्वार में देश और दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले यानि कि कुंभ मेले का आयोजन होने जा रहा है। उत्तराखंड सरकार कुंभ मेले के आयोजन की तैयारियों को फाइनल टच देने में लगी हुई है। वहीं कोविड संकट में इस बार हरिद्वार कुंभ मेले में कई नई व्यवस्थाएं और नियम देखने को मिलेंगे। हरिद्वार कुंभ मेले में भीड़ को व्यवस्थित रखने के लिए स्नान की नई व्यवस्था लागू की गई है। दरअसल गंगा के घाटों पर ज्यादा देर तक स्नान करने को भीड़ बढ़ने का एक बड़ा कारण माना गया है। ऐसे में नए नियम और व्यवस्था लागू की गई हैं। इस व्यवस्था के तहत हरकी पैड़ी और आसपास के गंगा घाटों में स्नान करने वाले श्रद्धालु अब सिर्फ तीन ही डुबकी लगा सकेंगे। इसके बाद श्रद्धालुओं को गंगा जी से बाहर आना होगा। ताकि हर की पैड़ी पर स्नान के दौरान सभी श्रद्धालु सहजता से स्नान भी कर सकें औऱ भीड़ भी ना बढ़े। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए पुलिसकर्मियों की घाटों की सीढ़ियों पर ही तैनाती की जाएगी ताकि वो गंगा स्नान कर रहे लोगों को इस बात की जानकारी दे सकें और नियमों का पालन भी करा सकें।
शास्त्रों के मुताबिक गंगा स्नान के दौरान तीन डुबकी लगाने से तीनों लोकों का फल मिल जाता है। ऐसे में स्नान के दौरान तीन डुबकी लगाने की ही अनुमति मिलेगी। कुंभ में दोबारा डुबकी लगाने वालों की भीड़ काबू से बाहर ना हो सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कराया जा सके। इसके लिए तीन डुबकी लगाने की योजना बनाई जा रही है। तीन डुबकियों से ज्यादा लगाने वालों पर पुलिस फोकस करेगी। ये इसलिए किया जा रहा है ताकि भीड़ न हो और हरकी पैड़ी पर हर कोई स्नान कर सकें।
ये व्यवस्था पिछले कुंभ के अनुभवों को लेकर भी की गई है। पिछले कुंभ के दौरान श्रद्धालुओ की इतनी ज्यादा भीड़ थी कि कई बार लोगों को स्नान करने तक का मौका नहीं मिल सका था। ऐसे में अब प्रशासन ने नई व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है। अब पुलिस सूचना केंद्र से तीन डुबकी लगाने के लिए अनाउंसमेंट करेगी।लोगों को नए नियमों को लेकर जागरुक करने का काम भी किया जाएगा। ऐसे में अगर आप भी कुंभ में स्नान की योजना बना रहे हैं तो नए नियमों का ख्याल जरूर रखें