जिस तरह से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बहुत ही निराशाजनक रहा। जिसके बाद से कांग्रेस पार्टी के अंदर खींचतान बढ़ गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पिछले दो दिनों से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलना चाहते है लेकिन राहुल गांधी मिलने के लिए अभी तक वक्त नहीं दे पाया।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए राजस्थान में कुछ सही नहीं रहा। राजस्थान में कुल 25 सीट है जिसमे पार्टी एक भी सीट पर जीत नहीं पाई। जबकि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी ऐसा ही हार देखने को मिला। जिसके बाद से राहुल गांधी बहुत ही खफा दिखाई पड़ रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगभग 104 सभाएं की। हर सभा क्षेत्र में प्रचार किया 23 प्रत्याशियों के नामांकन को लेकर मुख्यमंत्री ने काफी जोर आजमाइश के बावजूद पार्टी के हाथ एक भी सीट नहीं आ सकी।
जिसको लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट रविवार पार्टी कार्यालय तुगलकपुर बोर्ड स्थित आवास पर सुबह 11:00 बजे पहुंचे थे लेकिन दिन भर इंतजार के बाद मुलाकात नहीं हो पाई। उधर राजस्थान में स्थानीय नेताओं ने कहा कि गहलोत को हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
जिसके बाद अशोक गहलोत के नजदीकी माने जा रहे कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने पार्टी के हार के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।