क्रिसमस के दिन यानी शनिवार को चीन ने ताइवान के एयर डिफेंस आइडेंटीफिकेशन जोन में पनडुब्बी रोधी विमान भेजे हैं। खबरों के मुताबिक चीन ने ताइवान के एडीआइजेड में एक शानक्सी वाई-8 पनडुब्बी रोधी युद्ध विमान भेजा है।
चीन ने ताइवान के डिफेंस जोन में भेजे एंटी सबमरीन एयरक्राफ्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की तरफ से इस साल अक्टूबर की शुरुआत में सबसे ज्यादा घुसपैठ हुई, जिसमें 4 अक्टूबर को भेजे गए रिकार्ड 56 विमान शामिल हैं। वही बीजिंग ताइवान पर पूर्ण संप्रभुता का दावा करता है, जबकि देश की करीब ढाई करोड़ आबादी चीन की मुख्य सीमा से काफी अलग रहती है। बता दें कि सात दशकों से अधिक समय से दोनों पक्ष अलग-अलग शासित हैं।
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दूसरी तरफ, ताइपे ने अमेरिका सहित विभिन्न देशों के साथ रणनीतिक संबंध बढ़ाकर चीनी आक्रामकता का मुकाबला किया है, जिसका बीजिंग ने बार-बार विरोध किया गया है। इसके अलावा चीन ने धमकी दी है कि ‘ताइवान की आजादी’ का मतलब युद्ध है।
चीन के 4 लड़ाकू विमानों ने बीते बुधवार को भी ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की थी। जिसके चलते ताइवान के रक्षा मंत्री चिउ कुओ-चेंग ने बताया था कि जनवरी से अब तक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स देश के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन में करीब 940 से ज्यादा बार घुसपैठ कर चुका है।
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बता दें कि ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करने वाले किसी भी विमान को अपने मार्ग और उद्देश्य को मेजबान राष्ट्र को रिपोर्ट करना चाहिए, हालांकि जोनों को अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र के रूप में वर्गीकृत किया जाता है वही पायलट कानूनी रूप से ऐसी अधिसूचना बनाने के लिए बाध्य नहीं होते हैं।
पिछले साल बीजिंग ने नियमित रूप से ताइवान के एडीआइजेड में विमानों को भेजकर अपनी ग्रे-जोन रणनीति को आगे बढ़ाया है। आपको बता दें कि इनमें से अधिकांश घटनाएं जोन के दक्षिण-पश्चिम कोने में देखी गई हैं आमतौर पर एक से तीन धीमी गति से उड़ने वाले टर्बोप्राप विमान होते हैं।