केंद्र सरकार ने MSP और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए समिति गठित करने को लेकर एसकेएम से पांच लोगों के नाम मांगे हैं।बता दें कि किसान नेता दर्शनपाल ने मंगलवार को यह जानकारी दी है।
इस बात से नाराज़ भारतीय किसान यूनियन के नेता और प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार पर नेताओं के बीच तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है।
सरकार की बातचीत पहल पर किसान नेता ने कहा कि एक नेता को फोन करके सरकार तोड़फोड़ की राजनीति कर रही है।इसके आलावा उन्होंने कहा कि लिखित में बातचीत की जाए. जो 5 नाम मांगे जा रहे हैं,
उसके बारे में सरकार प्रेस के जरिए बयान दे। आगे टिकैत ने कहा कि 5 नाम की बात तब होगी जब औपचारिक जानकारी होगी।
वहीं किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि आज केंद्र ने उस समिति के गठन के लिए एसकेएम से पांच नाम मांगे हैं,जोकि फसलों के लिए MSP के मुद्दे पर विचार-विमर्श करेगी और हमने अभी नामों को लेकर फैसला नहीं लिया है।
चार दिसंबर को होने वाली हमारी बैठक हम इस बारे में निर्णय लेंगे। इसके आलावा मोर्चा ने मंगलवार को जारी एक बयान में स्पष्ट किया है कि लंबित मांगों और किसान आंदोलन के भविष्य के कदमों पर निर्णय लेने के लिए होने वाली बैठक बुधवार के बजाय चार दिसंबर को हो जायगी। .
पंजाब के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने सोमवार को कहा था कि संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेने के लिए बुधवार को आपात बैठक बुलायी है।
वहीं मोर्चा ने कहा कि एसकेएम में शामिल सभी संगठन हालात का जायजा लेंगे और आंदोलन संबंधी आगामी कदमों के बारे में चार दिसंबर की बैठक में फैसला लेंगे,जैसा कि पहले उसने घोषणा की थी।
बता दें कि एसकेएम इस बैठक की तारीख में अब कोई बदलाव नहीं होगा।एसकेएम ने कहा कि ये बैठक सिंघु बॉर्डर पर होगी।