घनश्यामपुर- 13 जून : बाढ़ से पूर्व बाढ़ से लड़ने की तैयारी में प्रशासन जुट चुकी है लेकिन अभी भी कई जगहों पर
हल्की – फुल्की बारिश से ही तटबंधों के किनारे रैन कट देखने को मिल रहा है।
ज्ञात हो जी 2017 के भीषण बाढ़ के बाद प्रशासन के देखरेख में कमला नदी के पूर्वी तटबंध के मजबूति करने में काफी मेहनत किया गया है। वहीं सरकार ने तटबंध की मरम्मत में पैसा पानी के तरह बहाया है और कमला नदी के दोनों तटबंधों की मजबूतीकरण की गई है। लेकिन, इस बार बरसात शुरू हो चुकी है। प्रशासन बाढ़ की तैयारी को लेकर सुस्त नजर आ रही है।
घनश्यामपुर प्रखंड तारडीह प्रखंड व गौड़ा-बौराम क्षेत्र होकर गुजरने वाली कमला नदी के पूर्वी तटबंध में कई जगहों पर रैन कट हो गया है और कई जगहों पर बड़े-बड़े डायवर्सन बने हुए हैं जिससे कि बाढ़ के दिनों में पानी का सीधा दबाव तटबंध पर बन सकता है और लाखो लोग बाढ़ के चपेट में आ सकते हैं। वहीं हर साल की तरह इस साल भी घनश्यामपुर प्रखंड क्षेत्र के लोगों को रसियारी पुल के कारण बाढ़ के तबाही के साए में रहना होगा। 2017 के भीषण बाढ़ के बाद आश्वासन दिया गया था कि नदी में पानी की कमी होते ही रसियारी में दूसरे पुल का भी निर्माण किया जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
क्षेत्र के लोगों की बाढ़ की समस्या जस के तस बनी हुई है। ज्ञात हो कि रसियारी में कमला नदी पर पश्चिमी दिशा में बने पुल के कारण ही तटबंध टूटने की समस्या उत्पन्न होती हैऔर लाखों लोग बाढ़ की चपेट में आते हैं।
फखरे आलम,घनश्यामपुर/दरभंगा