Written By : Amisha Gupta
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने अपने भाषण में अनुच्छेद 370 का मुद्दा उठाते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियों की नीतियों से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है, और यह कि उनके सत्ता में आने पर वे अनुच्छेद 370 को दोबारा लागू करने का प्रयास कर सकते हैं। योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में रहते हुए ऐसा कभी संभव नहीं होगा, और अनुच्छेद 370 को दोबारा लागू करना अब असंभव है। उनका दावा था कि विपक्षी दल देश के हितों से खिलवाड़ कर रहे हैं और जनता को उनके इरादों के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
अनुच्छेद 370 पर योगी का सख्त रुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि अनुच्छेद 370 का हटाना भाजपा का ऐतिहासिक निर्णय था, जिससे जम्मू-कश्मीर का भारत में पूर्ण एकीकरण सुनिश्चित हुआ। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के चलते देश के एक हिस्से में अलग व्यवस्था लागू थी, जो कि भारत की अखंडता और एकता के खिलाफ था। उन्होंने अपने मतदाताओं से अपील की कि विपक्षी पार्टियों का समर्थन करना भारत के हितों के खिलाफ हो सकता है, क्योंकि उनके सत्ता में आने पर वे इस प्रावधान को फिर से लागू करने की कोशिश कर सकते हैं। उनका कहना था कि इस अनुच्छेद को हटाने का निर्णय केवल भाजपा के शासन में ही संभव हुआ और इससे जम्मू-कश्मीर में विकास के नए रास्ते खुले हैं।
योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर तीखे सवाल उठाते हुए कहा कि क्या उनके पास कोई ठोस विकास का एजेंडा है, या फिर वे केवल सत्ता हासिल करने के लिए राष्ट्रविरोधी विचारों का समर्थन कर रहे हैं।
उन्होंने जनता को यह सोचने पर मजबूर किया कि यदि विपक्षी दल सत्ता में आते हैं, तो वे देश की सुरक्षा और एकता के साथ क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां केवल अपनी राजनीति के लिए ऐसे मुद्दों को उठाती हैं जो राष्ट्रीय हितों के खिलाफ जाते हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष का ध्यान केवल विभाजनकारी नीतियों पर है, जबकि भाजपा ने हमेशा अखंड भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में काम किया है।