Written By : Amisha Gupta
कनाडा सरकार ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसमें उसने भारत सहित कुछ देशों के नागरिकों के लिए दस साल के पर्यटक वीजा की सुविधा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
यह कदम भारतीयों सहित अन्य देशों के नागरिकों के लिए एक बड़ा बदलाव है, जिनके लिए यह वीजा अवधि 10 साल तक की होती थी। इस फैसले के पीछे की वजहों को लेकर कई चर्चाएं हो रही हैं, जिसमें वीजा की सुरक्षा संबंधी चिंताएं, अवैध प्रवासन और वीजा का दुरुपयोग प्रमुख हैं। इस फैसले का सीधा असर उन भारतीयों पर पड़ेगा जो कनाडा जाने के इच्छुक थे, क्योंकि 10 साल के वीजा के कारण वे कई बार बिना किसी समस्या के कनाडा यात्रा करते थे। अब, इस फैसले के बाद, कनाडा में जाने के इच्छुक पर्यटकों को अधिक कड़ी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
कनाडा का दस साल का पर्यटक वीजा सिस्टम
कनाडा ने 2014 में भारतीय नागरिकों और कुछ अन्य देशों के नागरिकों के लिए 10 साल तक के पर्यटक वीजा जारी करना शुरू किया था। यह वीजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए था जो अक्सर कनाडा यात्रा करना चाहते थे, जैसे कि परिवार के सदस्य, पर्यटक, व्यापारिक प्रतिनिधि, आदि। इस वीजा का प्रमुख लाभ यह था कि इसके तहत वीजा धारक को बार-बार आवेदन करने की जरूरत नहीं होती थी। इसके साथ ही, वीजा धारक को एक लंबी अवधि के लिए कनाडा में प्रवेश की अनुमति मिलती थी।
कनाडा का यह कदम भारतीय पर्यटकों के लिए बहुत फायदेमंद था, क्योंकि भारतीयों के लिए कनाडा यात्रा एक आम प्रवृत्ति बन चुकी थी।
इसके साथ ही, इस वीजा का उद्देश्य कनाडा के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देना भी था। 10 साल के वीजा से न केवल पर्यटकों को आराम मिला, बल्कि यह आर्थिक दृष्टि से भी कनाडा के लिए लाभकारी साबित हुआ। इसके अलावा, कनाडा में बड़ी संख्या में भारतीय अप्रवासी रहते हैं, और उनके लिए इस वीजा का विशेष महत्व था, क्योंकि वे अपने परिवारों को बिना बार-बार वीजा के लिए आवेदन किए, कनाडा बुला सकते थे।
दस साल के वीजा की बंदी का कारण
कनाडा द्वारा 10 साल के पर्यटक वीजा को बंद करने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें मुख्य रूप से सुरक्षा चिंताएं, अवैध प्रवासन, और वीजा का दुरुपयोग शामिल हैं। कनाडा में अवैध प्रवासियों की संख्या में वृद्धि को लेकर सरकार चिंतित थी। 10 साल का वीजा कई बार दुरुपयोग का शिकार हो रहा था। कुछ लोग इसका इस्तेमाल अवैध प्रवासन के उद्देश्य से कर रहे थे, यानी वे कनाडा आते थे और बाद में वहां अवैध रूप से रहकर काम करते थे। ऐसे मामलों में वृद्धि को देखते हुए कनाडा सरकार ने यह फैसला लिया कि इस वीजा को अस्थायी रूप से निलंबित किया जाएगा, ताकि सुरक्षा और प्रवासन नियंत्रण को मजबूत किया जा सके।
कनाडा सरकार को यह चिंता भी थी कि 10 साल तक का वीजा एक लंबी अवधि होती है, और इसे लेकर कुछ लोग गलत उद्देश्य के तहत यात्रा कर सकते थे। इससे न केवल देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता था, बल्कि कुछ लोग अपनी यात्रा के उद्देश्य को छिपा सकते थे। इसलिए, कनाडा सरकार ने यह निर्णय लिया कि वीजा प्रक्रिया को कड़ा किया जाए, ताकि केवल वे लोग वीजा प्राप्त कर सकें जिनका यात्रा उद्देश्य वास्तविक हो।
वीजा प्रक्रिया में सख्ती लाने का एक उद्देश्य यह भी था कि केवल वे लोग ही कनाडा के वीजा के लिए आवेदन करें जिनके पास सही दस्तावेज और उद्देश्य हों।
10 साल के वीजा के तहत, कई बार वीजा आवेदन प्रक्रिया को आसानी से पार कर लिया जाता था, जिससे गलत उद्देश्य वाले लोग भी वीजा प्राप्त कर सकते थे। अब, वीजा प्रक्रिया को और अधिक कड़ा किया गया है ताकि केवल सही उद्देश्य वाले लोग ही वीजा प्राप्त करें।
कनाडा सरकार ने अवैध प्रवास को रोकने और प्रवासन प्रणाली को सुधारने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। 10 साल के वीजा को निलंबित करने का यह निर्णय उसी सुधार योजना का हिस्सा है। इसके अलावा, कनाडा सरकार ने यह भी कहा है कि इस फैसले से कनाडा में आने वाले प्रवासियों की संख्या में कमी आएगी और यह देश की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए फायदेमंद होगा।